रायपुर। छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में सरकारी अस्पताल में भर्ती एक मरीज की इलाज के दौरान कथित रूप से चींटियों के काटने के बाद मृत्यु होने का मामला प्रकाश में आया है। हालांकि प्रशासन ने स्थानीय मीडिया के इस दावे का खंडन किया है। राज्य के उत्तरी क्षेत्र सरगुजा के कोरिया जिले के मुख्यालय बैकुंठपुर के अस्पताल में बीते सोमवार को एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई।
सोशल मीडिया और स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार, जिले के मनेंद्रगढ़ में इस व्यक्ति को चोट लगने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्थानीय खबरों के अनुसार, यह व्यक्ति मनेंद्रगढ़ के अस्पताल के सामने अचेत पड़ा था।
क्षेत्र के विधायक श्याम बिहारी जायसवाल के हस्तक्षेप के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में उसे जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के अस्पताल में भेज दिया गया जहां उसके घावों में चींटियां लग गई थीं। रिपोर्ट खबरों के अनुसार, बेहतर इलाज के अभाव में मरीज ने सोमवार को दम तोड़ दिया।
कोरिया जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एसके पैकरा ने बताया कि पिछले दिनों जिले के मनेंद्रगढ़ के अस्पताल से मरीज को बैकुंठपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गंभीर रूप से घायल व्यक्ति मनेंद्रगढ़ में सड़क किनारे मिला था। उसके सिर पर गंभीर चोट थी।
पैकरा ने बताया कि बैकुंठपुर के जिला अस्पताल में भर्ती होने के बाद उसका इलाज शुरू किया गया। मरीज अर्धबेहोशी की हालत में था। साथ में किसी के भी नहीं होने के कारण उसकी साफ-सफाई नहीं हो पाती थी। उन्होंने बताया कि सफाई के अभाव में मक्खियां और चींटियां उसके करीब आ सकती हैं, लेकिन चींटियों के काटने के कारण उसकी मृत्यु होने की जानकारी सत्य नहीं है।
अधिकारी ने बताया कि मरीज के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद इस संबंध में सही जानकारी मिल सकेगी। हालांकि अभी ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सिर की गंभीर चोट के कारण उसकी मृत्यु हुई है।
राज्य में स्वास्थ्य विभाग के मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि उन्हें इस संबंध में जानकारी नहीं है तथा वह जानकारी मंगा रहे हैं। इसके बाद ही कोई कार्रवाई की जा सकेगी। इधर राज्य के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने इस मामले में कहा है कि इस घटना से रमन सिंह सरकार के बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के सारे दावों की सच्चाई की पोल खुल गई है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी में संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाएं गर्त में जा चुकी हैं। एक मरीज सरकारी अस्पताल में इलाज कराने आता है और चींटियों के काटने से उसकी मौत हो जाती है। त्रिवेदी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री को इस शर्मनाक घटना के बाद पद त्याग देना चाहिए। (भाषा)