गोरखपुर। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को प्रदेश में सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता दी जाएगी। योगी ने सोमवार को वीरबहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज में 36.54 करोड़ रुपए की 17 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद कहा कि राज्य में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक पाने वाले खिलाड़ियों को राजपत्रित अधिकारी के पद पर नियुक्ति देने के लिए स्पोर्ट्स कोटे की रिक्तियों को तत्काल प्रभाव से भरे जाने की कार्रवाई निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश सरकार ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए अनेक योजनाएं संचालित की हैं। खिलाड़ी राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पदक अर्जित प्रदेश तथा देश का नाम गौरवान्वित कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि खिलाड़ियों की समस्याओं का निराकरण प्रमुखता से किया जाएगा। उन्हें हर प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। सुविधा के अभाव में खिलाड़ी अपनी क्षमता का प्रदर्शन भरपूर नहीं कर पाते हैं। सरकार खेल सुविधाओं को विकसित करने की दिशा में निरंतर काम कर रही है। लोकार्पित परियोजनाओं में वीरबहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज में एस्ट्रोटर्फ और कुश्ती हॉल शामिल हैं।
योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा ओलंपिक खेलों में पदक विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार की धनराशि दी जाती है जिसके तहत स्वर्ण पदक पाने वाले खिलाडी को 6 करोड़, रजत पदक के लिए 4 करोड़, कांस्य पदक के लिए 2 करोड़ की प्रोत्साहन/पुरस्कार राशि दी जाती है। इसी प्रकार एशियन और कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक विजेता खिलाड़ियों को स्वर्ण पदक पर 50 लाख, रजत पदक पर 30 लाख, कांस्य पदक पर 15 लाख का प्रोत्साहन/ पुरस्कार राशि दी जाती है।
उन्होंने कहा कि 24 जनवरी को प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विभिन्न खेलों के खिलाड़ियों को प्रदेश का सर्वोच्च पुरस्कार पुरुष वर्ग में लक्ष्मण पुरस्कार एवं महिला वर्ग में रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अंतर्गत अलंकृत होने वाले खिलाड़ियों को प्रशस्ति पत्र, लक्ष्मण/रानीलक्ष्मी बाई की कांस्य प्रतिमा तथा 3 लाख 11 हजार की धनराशि प्रदान की गई थी।
विशिष्ट अतिथि के रूप खेलकूद युवा कल्याण एवं कौशल विकास मंत्री चेतन चौहान ने कहा कि खेलों को विकसित करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। खेल का वातावरण बने तथा आधुनिक सुविधाएं प्रदान कर उसे निरंतर विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है।