नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम मंदिर के मुद्दे पर लोगों का धैर्य जवाब दे रहा है। अगर सुप्रीम कोर्ट इसका हल नहीं निकाल पा रहा तो यह जिम्मेदारी हमें सौंप दे, हम 24 घंटे के अंदर इस विवाद का हल निकाल देंगे। एक समाचार चैनल से इंटरव्यू के दौरान योगी आदित्यनाथ ने ये बातें कहीं।
योगी आदित्यानाथ ने कहा कि 'मैं अभी भी सुप्रीम कोर्ट से अपील करता हूं कि इस विवाद का निपटारा जल्द से जल्द कर दे।
30 सितंबर 2010 को आए इलाहाबाद हाईकोर्ट बैंच के फैसले में साफ कहा गया है कि बाबरी ढांचे को एक हिन्दू मंदिर या स्मारक को ध्वस्त करके बनाया गया था, वहीं भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने भी हाईकोर्ट में दायर रिपोर्ट में माना कि मस्जिद का निर्माण हिन्दू मंदिर को तोड़कर किया गया था। इसमें बिना बात के विवाद जोड़ा जा रहा है। इससे अयोध्या मामला लंबा खिंच रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट से अपील करता हूं कि हमें जल्द न्याय दिया जाए। इस मामले से करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। अगर इस विषय में अनावश्यक देरी होती है तो न्याय संस्थान से लोगों का विश्वास उठ सकता है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'मैं कहना चाहता हूं कि अदालत को जल्द ही अपना फैसला देना चाहिए और अगर ऐसा नहीं कर पा रही है, तो हमें इस मुद्दे को सौंप देना चाहिए। हम 24 घंटे के अंदर राम जन्मभूमि विवाद को सुलझा लेंगे। हम 25 घंटे नहीं लेंगे।
केंद्र सरकार द्वारा मंदिर मुद्दे पर अध्यादेश लाने के सवाल पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संसद में उन मामलों पर बहस नहीं होती जिन पर कोर्ट में सुनवाई चल रही हो।
हमने यह अभी कोर्ट पर छोड़ रखा है। कोर्ट अगर साल 1994 में दायर हलफनामे के आधार पर फैसला लेती है तो यह देश के लोगों के लिए एक अच्छा संदेश होगा। मामले में हो रही देरी से लोगों का धैर्य जवाब दे रहा है।
यह मुद्दा चुनाव जीतने या हारने का नहीं बल्कि लोगों की आस्था का है। सीएम योगी ने कहा कि अगर अयोध्या विवाद को सुलझा लिया जाए और ट्रिपल तलाक प्रतिबंध लागू हो जाता है, तो भारत में तुष्टीकरण की राजनीति हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगी। (एजेंसियां)