कोलकाता। पश्चिम बंगाल में हुगली जिले के रिसड़ा शहर में फिर से झड़पों के बाद मंगलवार को अब तक शांति है लेकिन तनाव भी व्याप्त है। ज्यादातर दुकानें बंद हैं और सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। इलाके में आपराधिक दंड संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा आदेश लागू हैं। इस बीच राज्यपाल सीवी आनंद बोस आज हिंसा प्रभावित हुगली के हालात का जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने कहा कि दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि कुछ दिनों से जो घटनाएं यहां हो रही है हम इससे अवगत हैं, यह घटनाएं बिल्कुल ही सहनीय नहीं है। पूरी घटना में सख्त से सख्त कदम उठाए जाएंगे। हम बंगाल के लोगों के साथ हैं, हम एकजुट हैं और एकजुटता के साथ शांतिपूर्ण तरीके से रहेंगे।
चंदननगर पुलिस आयुक्तालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रिसड़ा और पड़ोसी श्रीरामपुर के प्रभावित इलाकों में सुरक्षाबलों ने गश्त की। इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं और पुलिस ने लोगों ने शांति बनाए रखने तथा अफवाहों से बचने का अनुरोध किया है। उन्होंने बताया कि रिसड़ा में सोमवार रात को रेलवे के द्वार संख्या चार के समीप झड़पों के बाद मंगलवार को सुबह हावड़ा-बर्द्धमान मार्ग पर ट्रेन सेवाएं बहाल की गईं।
पुलिस ने बताया कि उसने कानून एवं व्यवस्था का हवाला देते हुए श्रीरामपुर में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के निर्धारित धरना-प्रदर्शन के लिए तैयार किया गया मंच हटा दिया है।
गौरतलब है कि रिसड़ा में रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान रविवार शाम को सबसे पहले झड़पें हुई थी। इस शोभायात्रा में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष और पार्टी के विधायक बिमन घोष मौजूद थे। घटना में विधायक घायल हुए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।