जम्मू। पुलवामा के मुख्य चौक में गश्त लगा रहे सीआरपीएफ के जवानों पर आतंकवादियों ने ग्रेनेड हमला किया। गनिमत यह रही कि ग्रेनेड निशाने पर न फटकर सुरक्षाबलों से कुछ दूरी पर जाकर फटा, जिसकी चपेट में आने से दो स्थानीय तथा एक प्रवासी नागरिक घायल हो गए। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस हमले के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि आतंकी बौखलाए हुए हैं और वे ओवर ग्राउंड वर्करों का सहारा लेकर ऐसे हमले करवा रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि ग्रेनेड हमले के तुरंत बाद हमलावर घटना स्थल से फरार हो गए। हालांकि एसओजी, सेना और सीआरपीएफ के जवानों ने इलाके की घेराबंदी कर आतंकवादियों की तलाश के लिए सर्च आप्रेशन चलाया हुआ है।
घायलों की पहचान जितेंद्र कुमार निवासी बिहार और अजहर खुर्शीद निवासी डालीपोरा पुलवामा के रूप में हुई है। तीसरे घायल की पहचान अभी नहीं हो पाई थी।
गौरतलब है कि बैखलाहट के चलते आतंकी संगठनों ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। वह हिट एंड रन के साथ-साथ ग्रेनेड हमलों को अंजाम देने की साजिश रच रहे हैं ताकि सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाया सकें।
इतना ही नहीं ऐसी घटनाओं को ओवर ग्राउंड वर्करों और नए भर्ती आतंकियों द्वारा अंजाम दिया जा रहा है ताकि अगर उनमें से कोई मारा या पकड़ा भी जाता है तो आतंकी संगठनों को बड़ा धक्का न लगे।
जम्मू कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह के अनुसार कश्मीर में मौजूदा शांतिपूर्ण माहौल को बरकरार रखने के लिए पुलिस आतंकियों और उनके समर्थकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने श्रीनगर में बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जो नए माड्यूल सक्रिय हुए हैं वह पुलिस के राडार पर हैं और उनके खिलाफ जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
डीजीपी दिलबाग सिंह के अनुसार श्रीनगर में दर्जन से अधिक ऐसे माड्यूल थे जो पिस्तौल से हत्याओं को अंजाम देते थे, उनका सफाया किया जा चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि जब जब पुरानी टीम का सफाया होता है तो नई टीम उनकी जगह लेने की कोशिश करती है।
दिलबाग सिंह ने कहा कि नई टीम की भी पहचान लगभग हो चुकी है और जल्द इनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी का भी मारा जाना सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक चिंता का विषय है। पुलिस द्वारा ऐसे लोगों को राडार पर रखा गया है।