रायचूर। कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी बुधवार को अपना धैर्य खो बैठे और येरमारुस थर्मल पॉवर स्टेशन (वाईटीपीएस) के नौकरी से निकाल दिए गए अनुबंधित कर्मचारियों पर भड़कते हुए कहा कि आप चाहते हैं कि आपकी समस्याओं का हल मैं करूं किंतु आप चुनाव में वोट नरेंद्र मोदी के पक्ष में देते हैं।
वाईटीपीएस के नौकरी से निकाले गए अनुबंधित कर्मचारी कुमारस्वामी को ज्ञापन देना चाहते थे और बकाया वेतन के भुगतान की मांग को लेकर रास्ता रोको आंदोलन कर रहे थे। वाईटीपीएस से 410 अनुबंधित कर्मचारियों को निकाला गया है और वह फिर से नियुक्ति की मांग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने हालांकि आंदोलनरत कर्मचारियों से ज्ञापन ले लिया और न्याय दिलाने का भरोसा दिया किंतु कर्मचारियों ने ने लगातार रास्ता रोके रखा और नारेबाजी की, जिससे कुमारस्वामी नाराज हो गए।
कुमारस्वामी ने आंदोलनकारियों के रास्ता रोके रखने पर कड़ी नाराजगी जताई। मुख्यमंत्री अपने 'गांव आवास' कार्यक्रम के तहत जिले के कारेगुड्डा गांव जा रहे थे। उन्होंने चेताया कि यदि आंदोलनकारी नहीं हटे तो पुलिस को हटाने के लिए आदेश दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री खासे नाराज दिखे और कहा कि शांतिपूर्ण आंदोलन करने के और भी रास्ते हैं, क्या आप इस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आंदोलन करेंगे? मैं मुख्यमंत्री हूं। लोकतंत्र के तहत आपके पास अधिकार है, मैं शांतिपूर्ण आंदोलन का विरोध नहीं करूंगा किंतु इस तरह का व्यवहार सहन नहीं किया जा सकता। मैंने आपका ज्ञापन ले लिया है और समस्या के निदान का आश्वासन भी दिया है।
इससे पहले गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री ने रायचूर जिले के समग्र विकास के लिए 3000 करोड़ रुपए के अनुदान का ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि वह यहां केवल 'गांव आवास' के लिए नहीं आए हैं बल्कि लोगों की समस्याओं को सुनने और इनके समाधान के लिए कदम उठाने के लिए भी आए हैं।
उन्होंने कहा कि विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। मैंने किसी विभाग का अनुदान कम नहीं किया है किंतु अधिकारियों को मेरे काम करने की गति के साथ सामंजस्य बिठाना होगा। सिंचाई विभाग को जारी कार्यों को पूरा करने और नई परियोजनाओं के लिए 19 हजार करोड़ रुपए मुहैया कराए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कारेगुड्डा के संपूर्ण विकास के लिए 200 करोड़ रुपए और किसानों की कर्ज माफी के लिए राष्ट्रीय बैंकों को 227 करोड़ रुपए जारी करने का ऐलान किया।