हेमंत सोरेन ने रात पौने नौ बजे बाबूलाल मरांडी की पार्टी झाविमो के विधायकों समेत पचास विधायकों के साथ राज्यपाल मुर्मू से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। इस मौके पर उनके साथ झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन, कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह, राजद नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस हाईकमान द्वारा नियुक्त केन्द्रीय पर्यवेक्षक टीएस सिंहदेव भी उपस्थित थे।
राज्यपाल ने उन्हें शपथ ग्रहण के लिए 29 दिसंबर की अपराह्र एक बजे का समय दिया है और समारोह का आयोजन रांची के मोरहाबादी के मैदान में होगा।
झारखंड विधानसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व करने वाले झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने राजभवन में राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद राजभवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत में खुद यह जानकारी दी। इससे पूर्व हेमंत सोरेन रात्रि में पूर्व निर्धारित रात आठ बजे की बजाय रात लगभग पौने नौ बजे राजभवन पहुंचे।
हेमंत ने कहा कि मैं पचास विधायकों के साथ राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू जी से मिला। शपथ ग्रहण की तिथि और समय राज्यपाल की सहमति से 29 दिसंबर को अपराह्र एक बजे तय किया गया है।
इससे पूर्व झामुमो के प्रवक्ता तथा महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बताया कि हेमंत और उनके अन्य सहयोगियों का शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रीय स्तर का होगा और इसमें देश के विपक्ष के तमाम शीर्ष नेताओं और मुख्यमंत्रियों को भी आमंत्रित किया जायेगा।
प्रदेश कांग्रेस के एक शीर्ष नेता ने दावा किया कि हेमंत के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी में से भी कम से कम एक नेता जरूर शामिल होगा।
इससे पूर्व झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन के घर पर गठबंधन के सभी विधायकों की बैठक में औपचारिक तौर पर हेमंत सोरेन को गठबंधन विधायक दल का नेता चुना गया। जिसके बाद उनके नेतृत्व में सभी लोग राजभवन पहुंचे।
राजभवन के सूत्रों ने इसकी पुष्टि की कि हेमंत सोरेन ने राज्यपाल को झाविमो के तीन विधायकों समेत कुल 50 विधायकों के समर्थन के पत्र राज्यपाल को अपने सरकार बनाने के दावे के समर्थन में सौंपे हैं। उनके साथ सभी सहयोगी दलों के नेता भी उपस्थित थे।
सोमवार को आये चुनाव परिणामों में विपक्षी गठबंधन ने 81 सदस्यीय विधानसभा में 47 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया था जबकि आज बाबूलाल मरांडी के झारखंड विकास मोर्चा ने भी अपने तीन विधायकों का समर्थन उनकी सरकार को बिना शर्त देने की घोषणा कर दी। गठबंधन में जहां झामुमो को 30 सीटें जीतने में सफलता मिली है वहीं कांग्रेस ने 16 और राजद ने एक सीट जीती है।