भूस्खलन के कारण राजमार्ग के दोनों ओर बड़ी संख्या में पर्यटकों के वाहन और सेब से लदे ट्रक फंस गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि राजमार्ग को साफ करने के प्रयास जारी हैं। हालांकि पहाड़ों से गिर रहा मलबा काम में बाधा डाल रहा है।
पिछले वर्ष नेगुलसारी में भूस्खलन के बाद सेब सहित अन्य फसलों के परिवहन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई थी तथा यह सुनिश्चित किया गया था कि किसानों की उपज समय पर बाजार तक पहुंचे। लेकिन रोपवे के जरिए सेब ले जाना एक कठिन और समय लेने वाला काम है। रोपवे नेगुलसारी के क्रम्पा और चौरा-रूपी लिंक रोड पर धुमती के बीच स्थापित किया गया था।
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स्थानीय मौसम विभाग ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटों से मौसम शुष्क बना हुआ है तथा अगले 2-3 दिनों में राज्य के अधिक हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून के वापस चले जाने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। अधिकारियों के अनुसार 27 जून को पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में मानसून के आगमन के बाद से वर्षाजनित घटनाओं में 186 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 28 लोग लापता हैं। बारिश के कारण राज्य को 1,360 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta