चंडीगढ़। हनीप्रीत के मामले में पंजाब पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाने के लिए पंजाब के मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की तीखी आलोचना की है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री द्वारा हनीप्रीत के मामले में पंजाब पुलिस की साजिश के आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि डेरा सच्चा सौदा मामले पर अपनी सरकार की असफलता पर पर्दा डालने के लिए खट्टर इस तरह की मनगढ़ंत बातें कर रहे हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार पर पंचकूला हिंसा का आरोप लगाने में असफल रहने के बाद खट्टर डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत सिंह के दुष्कर्म मामले में दोषी पाए जाने पर पहले दिन से ही हरियाणा में पूरी तरह कानून-व्यवस्था भंग हो जाने के असल मुद्दे पर से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसी कोशिशें कर रहे हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री ने पंजाब सरकार या इसकी किसी भी संस्था के हनीप्रीत की गिरफ्तारी संबंधी पूरे घटनाक्रम में शामिल होने के आरोप को पूरी तरह खारिज किया है। उन्होंने कहा कि यदि राज्य पुलिस के पास हनीप्रीत संबंधी कोई भी सूचना होती तो वह लाजिमी तौर पर हरियाणा पुलिस के साथ सांझा करती।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आगे कहा कि हरियाणा पुलिस के कुछ सीनियर अधिकारी हनीप्रीत संबंधी मामले में जानते थे कि वह कई दिनों से कहां है, लेकिन वह उसे गिरफ्तार करने में असफल रहे। उन्होंने कहा कि अपने कर्मचारियों की भूमिका की जांच करने की बजाय खट्टर सिर्फ पंजाब पर दोष मढ़ने की कोशिश कर रहे हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री ने खट्टर के उन आरोपों को रद्द किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि पंजाब पुलिस हनीप्रीत के मामले में हरियाणा पुलिस को ख़ुफिय़ा जानकारी देने में असफल रही है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि राम रहीम मामले में पंचकूला अदालत में सुनवाई से पहले से ही पंजाब पुलिस हरियाणा पुलिस को नियमित तौर पर सूचना देती आ रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस और सरकार इस सूचना पर उपयुक्त कार्यवाही करने में असफल रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि चाहे पंजाब पुलिस हनीप्रीत का पीछा नहीं कर रही थी क्योंकि वह सूबे को किसी भी मामले में वांछित नहीं थी, परंतु इसके साथ ही बलात्कार के दोषी राम रहीम की 'गोद ली बेटी' को बचाने का कोई भी सवाल ही नहीं उठता।
उन्होंने खट्टर से अपील की कि वह पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस के विरुद्ध झूठे दोष लगाने में अपनी ऊर्जा और समय बर्बाद करने की जगह इस मामले को हल करने की दिशा तक लेकर जाएं और हरियाणा में कानून-व्यवस्था को लागू रखने पर ध्यान दें। गौरतलब है कि पंजाब पुलिस ने पहले भी हनीप्रीत के बारे में कोई भी सूचना होने से इनकार किया था। (वार्ता)