मेरठ में आज उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 107 करोड़ 29 लाख के 79 कार्यों का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने सपा, बसपा और कांग्रेस पर भी जमकर हमला बोला। डिप्टी सीएम ने कहा कि ये लोग झूठ का भ्रम फैलाते हैं, जो 60 साल में नहीं हुआ है, वो हमने साढ़े 4 साल में किया है। अपराधी आज प्रदेश से भाग रहा है, 2022 में 300 से अधिक सीटों के साथ फिर हम सरकार बना रहे हैं।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पिछली सरकारों में सड़कें केवल कागजों में बनती थी, लेकिन हमने धरातल पर सड़कें बनाई हैं। भाजपा ही एकमात्र पार्टी है, जो सबका साथ और सबका विकास करती है। हमारी सरकार में प्रदेश का सर्वांगीण विकास हो रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में योजनाओं का शिलान्यास होता था, लेकिन उनको जमलीजामा नहीं पहनाया जाता था, अब ऐसा नहीं है। हमने अपने किए वादों को पूरा किया है। इतना ही नहीं पिछली सरकार की घोषित योजनाओं को पूरा करते हुए भुगतान भी किया है।
मेरठ में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का दो माह में यह दूसरा दौरा था। मंच से बोलते हुए डिप्टी सीएम ने रैपिड, एक्सप्रेस वे, प्रयागराज एक्सप्रेस वे गिनाते हुए कहा कि मेरठ में जितना विकास भाजपा सरकार ने किया है, उतना पिछली सरकारों ने 60 वर्षों में नहीं किया। मौर्य ने कहा कि भाजपा सरकार में सिर्फ एक्सप्रेस वे ही नहीं बने, अपितु गांव की सड़कों का भी विकास हुआ हुआ है।
बागपत में जोहड़ी से विजयवाड़ा तक की सड़क का नामाकरण दादी चन्द्रो तोमर के नाम पर, टांडा-रमाला मार्ग- चौधरी चरण सिंह मार्ग, किसनपुर बराल-दोहट- बरनावा मार्ग महेंद्र सिंह टिकैत के नाम पर, सिवाया-भराला मार्ग का नामकरण-मलखान सिंह भारद्वाज, सिसौली- गढ़मुक्तेश्वर मार्ग का नामाकरण- शहीद अनिल तोमर मार्ग, सकौती टांडा मार्ग को अब नंगली तीर्थ मार्ग के नाम से जाना जाएगा। वहीं मेरठ-बड़ौत- पूरा महादेव मार्ग का जल्दी ही चौड़ीकरण कार्य शुरू किया जाएगा।
केशव प्रसाद मौर्य ने अपने कृषि संशोधन कानून पर बोलते हुए कहा कि यह कृषि आंदोलन नहीं है। यह सपा, बसपा, रालोद और कांग्रेस का आगामी चुनावी आंदोलन है। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि ये सब मिलकर भी भारतीय जनता पार्टी का कुछ बिगाड़ नहीं सकते, क्योंकि योगी-मोदी सरकार ने जो काम किए हैं, उसके बाद इन पार्टियों के पास मुंह छुपाने की जगह नहीं है। हमारी सरकार ने भष्ट्राचार खत्म कर दिया है, जिससे ये सभी पार्टियां तिलमिला गई हैं।
ये सभी कृषि आंदोलन के बहाने सरकार के खिलाफ प्रपंच रच रहे हैं। यदि किसी को चुनाव लड़ना है तो वह आगामी चुनावी रण में सामने से आकर मुकबला करें। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने गन्ना किसानों को रेट बढ़ाकर तोहफा दिया है। किसानों के लिए चलाई गई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लाभार्थी को मिल रहा है, लाभार्थी का पैसा सीधे उसके अकाउंट में पहुंच रहा है। ऐसे में सभी पार्टी के दलाल परेशान हैं कि मोदी ने बेइमानी बंद करा दी। सपा तो झूठ का पुलिंदा है।
अखिलेश ने 2019 के चुनाव में कहा था कि वह बीजेपी का सूपड़ा साफ कर देंगे और भारी बहुमत से सरकार बनाएंगे, लेकिन जनता ने उनका सूपड़ा साफ करके जवाब दे दिया। इसी तरह आगामी चुनाव में भी जनता बड़े-बड़े दावे करने वाली पार्टियों को सबक सिखा देगी।