श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आज घाटी में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की।
जनरल रावत ने घाटी में पिछले सफल सैन्य अभियानों का उदाहरण देकर सेना का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि घाटी में आतंकवादियों को कामयाब नहीं होने देना है। सेना प्रमुख आज सुबह यहां पहुंचे। उन्हें चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जेएस संधू ने नियंत्रण रेखा और अंदरुनी इलाकों की सुरक्षा व्यवस्था के बारे में बताया।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि सेनाध्यक्ष ने बाद में एक सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता भी की, जिसमें चिनार कोर के कमांडर, मुख्य सचिव और राज्य के पुलिस महानिदेशक के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद रहे। उच्च अधिकारियों से बातचीत में जनरल रावत ने निर्दोष अमरनाथ यात्रियों पर हमले की कायराना हरकत की निंदा करते हुए संकेत दिया कि सुरक्षाबल इस चुनौती का डटकर सामना करेंगे।
सेना प्रमुख ने राज्यपाल एनएन वोहरा और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से मुलाकात कर मौजूदा हालात पर चर्चा की। उन्होंने सेना का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि सेना ने अच्छा काम करते हुए पिछले कुछ दिनों में घुसपैठ की कई कोशिशों को नाकाम किया है।
इस दौरान राज्यपाल और अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अध्यक्ष एनएन वोहरा ने आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा का जायजा लेकर अधिकारियों को आज से प्रतिदिन दो समीक्षा बैठक करने का निर्देश दिया।
राज्यपाल की अध्यक्षता में 15 मई और 22 जून को सम्पन्न हुई यात्रा सुरक्षा समीक्षा बैठक में जिन बातों पर सहमति बनी थी, उसके बाद सुरक्षा में क्या चूक हुई, इस पर विस्तृत चर्चा हुई। राज्यपाल ने सभी सेना प्रमुखों को गंभीरता से समीक्षा करने का निर्देश दिया।
गौरतलब है कि अनंतनाग में कल रात हुए आतंकवादी हमले में पांच महिलाओं सहित सात यात्रियों की मौत हो गयी थी और 19 लोग घायल हो गए। (वार्ता)