तिरूवनंतपुरम। केरल के कासरगोड जिले से लापता सत्रह लोगों के भागकर इस्लामिक स्टेट (आईएस) में शामिल होने की आशंका जाहिर की जा रही है। इन खबरों की सत्यता की जांच की जा रही है और केंद्रीय एजेंसियां यह पता लगाने में भी जुटी हुई हैं कि क्या इन लोगों में सात महिलाएं भी शामिल हैं?
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सत्रह लापता लोगों में दस पुरुष और सात महिलाएं शामिल हैं, जिनमें अधिकांश केरल की उत्तरी छोर पर स्थित कासरगोड जिले के हैं। केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारी कासरगोड में लापता लोगों के परिवारों के संपर्क में हैं और यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि इन घटनाओं में कहां तक सच्चाई है। इन गायब महिलाओं में एक ऐसी औरत भी शामिल बताई जा रही है जो कि अपने मुस्लिम प्रेमी के साथ गायब हुई है। बताया जा रहा है कि इस हिंदू महिला का भाई नेशनल सिक्यूरिटी गार्ड्स (एनएसजी) में है।
कासरगोड जिले के पुलिस प्रमुख थॉमसन जोस का कहना है कि उन्होंने दो मामले दर्ज किए हैं और जोस ने कहा कि हमें बताया गया है कि कासरगोड से 17 लोग लापता हैं। केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारियों भी यहां पहुंचने की खबर हैं। संभावना है कि आने वाले दिनों में ऐसे और मामले दर्ज किए जा सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक ये लोग अलग-अलग ग्रुप बनाकर बीते महीने मध्य-पूर्व के लिए निकले थे। इनमें पांच विवाहित जोड़े हैं। ये सभी पढ़े लिखे हैं और इनमें से कुछ तो डॉक्टर और इंजीनियर तक हैं।
इन्होंने यात्रा पर निकलने से पहले जाने की अलग-अलग वजहें बताई थीं। जैसे एक जोड़े ने अपने रिश्तेदारों को बताया था कि वह कोई नया काम शुरू करने मुंबई जा रहा है। अपनी पत्नी और दो साल के बच्चे के साथ यात्रा पर निकलने वाले एक डॉक्टर का कहना था कि वह नई नौकरी ज्वाइन करने के लिए लक्षद्वीप जा रहा है। ये सभी लोग आपस में संपर्क में भी थे।
सूत्रों के मुताबिक ये लोग अतीत में कभी किसी राजनीतिक या धार्मिक संगठन से नहीं जुड़े थे। इनमें से कुछ तो खाड़ी देशों और बेंगलुरू में नौकरी भी कर चुके थे। बताया जा रहा है कि बीते दो साल के दौरान ही कट्टरपंथ की चपेट में आ गए। इनमें से कुछ ने लंबी दाढ़ी भी रख ली। केरल पुलिस के प्रमुख लोकनाथ बहेड़ा का कहना है कि गायब लोगों के रिश्तेदारों ने अब तक पुलिस से संपर्क नहीं किया है और वे भी अपनी तरफ से पहले पूरी पुष्टि कर लेना चाहते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक राज्य और केंद्रीय स्तर की खुफिया एजेंसियों ने इस मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।
इस आशय की खबरें काफी समय से आ रही हैं कि आईएस भारत में अपना विस्तार करने की कोशिशों में लगा है। अमेरिका भी भारत में आईएस की सक्रियता की आशंका जता चुका है। कुछ समय पहले इस मसले पर केंद्र सरकार ने एक हाई प्रोफाइल बैठक भी की थी। गृह मंत्रालय द्वारा बुलाई गई इस बैठक में केंद्रीय गृह सचिव के अलावा 12 राज्यों के गृह सचिवों और पुलिस महानिदेशकों (डीजीपी) ने भाग लिया था। बैठक में आईएस के खतरे से निपटने के लिए एक ठोस ब्लू प्रिंट बनाने पर चर्चा हुई। खबरों के मुताबिक सबसे ज्यादा माथापच्ची इस बात पर हुई कि भारतीय युवाओं को आईएस के बहकावे में आने से किस तरह रोका जाए।