श्रीनगर। एलओसी पर पाक गोलाबारी में एक ही परिवार के 5 सदस्यों की मौत हो गई है तथा दो अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं। भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में पाक सेना को भी जबरदस्त क्षति पहुंचाने का दावा किया है।
पाक सेना ने रविवार की सुबह साढ़े सात बजे के करीब पुंछ के बालाकोट सेक्टर में भारी गोलाबारी शुरू कर दी। पाक सेना ने रिहायशी क्षेत्रों को निशाना बनाकर जमकर मोर्टार दागे। एक मोर्टार चौधरी रमजान निवासी देवता गांव के घर के ऊपर आकर गिरा, जिससे परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुंछ इलाके के बालाकोट में आज सुबह पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया और दनादन गोले बरसाने लगा। जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक एसपी वैद ने ट्वीट कर इस फायरिंग की वजह से 5 लोगों की मौत की जानकारी दी।
सेना के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने सुबह करीब पौने आठ बजे भिम्बर गली में संघर्ष विराम उल्लंघन शुरू किया था। अधिकारी ने बताया कि उन्होंने विशेष रूप से रहवासी इलाकों को निशाना बनाया।
पुलिस महानिदेशक एस पी वैद्य ने भी ट्वीट किया कि पुंछ के बालाकोट सेक्टर में सीमा पार से एलओसी के निकट गोलाबारी के चलते एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गये। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है।
पुलिस ने बताया कि हताहत हुए स्थानीय लोग अग्रिम सीमावर्ती गांव देवता धार से थे। पाकिस्तानी सेना का एक बम इलाके में चौधरी मोहम्मद रमजान के घर पर गिरा था। उन्होंने बताया कि मरने वालों में घर के मालिक समेत एक महिला, एक लड़का और एक नाबालिग लड़की शामिल हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों ओर से भारी गोलाबारी होती रही। उन्होंने बताया कि सेना के जवानों ने पाकिस्तानी गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया।
मृतकों की चौधरी रमजान इसकी पत्नी व तीन बेटे शामिल हैं जबकि दो बेटियां गंभीर रूप से घायल है, जिन्हें उपचार के लिए पास के सरकारी अस्पताल में लाया गया है। वहीं भारतीय सेना द्वारा भी पाक सेना को मुंह तोड़ जवाब दिया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी पाक सेना की गोलाबारी लगातार जारी है।
पाक सेना की गोलाबारी में बालाकोट सेक्टर में पाक सेना की गोलाबारी में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत के बाद से सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। लोग अपने अपने घरों में कैद है और बार बार पाक को करारा जवाब देने की बात कर रहे है।
27 फरवरी को भी पाक ने राजौरी और पुंछ जिलों में जमकर गोलाबारी की थी। सुरक्षा के चलते बच्चों को स्कूल में ही रोक लिया गया। स्कूल के हेडमास्टर ने बताया था पाक की तरफ से गोलाबारी हो रही थी। लिहाजा हमने बच्चों को स्कूल में रुकने को कहा था और गोलाबारी बंद होने के बाद ही उन्हें घर भेजा गया।
पाक की ओर से की गई इस शर्मनाक करतूत पर मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने दुःख जताते हुए उन्होंने कहा कि इस घटना में मारे गए लोगों के परिजनों के साथ मेरी संवेदाएं हैं। पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी इस घटना पर दुःख व्यक्त करते हुए कहां कि मारे गए लोगों को अल्लाह जन्नत नसीब करें।
पाक गोलाबारी पर पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि सीमा क्षेत्र और एलओसी के पास के क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को भारत और पाकिस्तान ने सीजफायर के रूप में बेहतर तोहफा दिया था, लेकिन बाद में यह सिर्फ और सिर्फ कागजों तक ही सीमित है। उन्होंने कहा कि वह आशा करते हैं कि दोनों देशों की सरकारें इस पर बातचीत करेंगी और सीजफायर पर अमल करेंगी। उनका कहना है कि सीजफायर के उल्लंघन से बेगुनाह लोग मारे जा रहे हैं।