मंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को कहा कि सरकार हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेगी और धर्म से जुड़े मुद्दों के नाम पर किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने यहां से 56 किलोमीटर दूर उडुपी में पत्रकारों से कहा कि सरकार अपनी विचारधारा का प्रचार करने वाले किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं है, लेकिन किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। सरकार हिंसा बर्दाश्त नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि हिजाब मुद्दे पर उच्च न्यायालय के फैसले के माध्यम से सभी को एक स्पष्ट संदेश गया है और अदालत के आदेश का पालन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि सिद्धरमैया नीत पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान हिन्दुओं की हत्या से जुड़े कई मामले वापस ले लिए गए थे। वे नेता विपक्ष सिद्धरमैया के इस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि मुख्यमंत्री ने बोलने की शक्ति खो दी है।
बोम्मई ने कहा कि सरकार कानून और व्यवस्था बनाए रखने को प्राथमिकता देती है तथा कानून के समक्ष सभी समान हैं। लव जिहाद को रोकने के लिए हिन्दू संगठनों द्वारा यहां एक टास्क फोर्स बनाए जाने के सवाल पर बोम्मई ने कहा कि जो लोग अपनी रक्षा करना चाहते हैं, वे मौजूदा कानूनों के तहत जो चाहें कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने कोई कानून नहीं बदला है। बोम्मई ने कहा कि उनकी सरकार शब्दों से नहीं, बल्कि अपने कार्यों से बोलना चाहती है। उन्होंने कहा कि हमें विपक्षी दलों से कुछ सीखने की जरूरत नहीं है। हम जानते हैं कि किस स्थिति में क्या निर्णय और कार्रवाई की जानी चाहिए?