छत्तीसगढ़ के कोरबा में लोग उस समय हैरान रह गए जब एक जज ने सड़क पर खुद दिव्यांग फरियादी के पास पहुंचकर उसकी फरियाद सुनी और वहीं अपना फैसला भी सुना दिया। एक जज की दरियादिली देख हर कोई उनकी प्रशंसा कर रहा है।
दरअसल एक सड़क दुर्घटना में तीन साल पहले दिव्यांग हुए युवक ने बीमा कंपनी के खिलाफ अर्जी लगाई थी। बीते 11 सितंबर को कोरबा में लगाई गई लोक अदालत में युवक के मामले की सुनवाई थी। सुनवाई के लिए पहुंचा दिव्यांग युवक चलने में सक्षम नहीं था।
कोरबा के जिला सत्र न्यायाधीश बीपी वर्मा को जैसे ही दिव्यांग युवक के संबंध में जानकारी मिली, वे खुद उसकी कार के पास पहुंच गए। उन्होंने युवक के केस से संबंधित दस्तावेज व मामले से जुड़े पक्ष को कार के पास ही बुलाया गया।
दोनों ही पक्षों की बात सुनने के बाद उन्होंने बीमा कंपनी को दिव्यांग युवक को 20 लाख रुपए का जुर्माना देने का आदेश दिया।