चंडीगढ़। कांग्रेस के विधायक कुलदीप बिश्नोई ने बुधवार को हरियाणा विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। वह गुरुवार सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई दूसरी बार कांग्रेस से नाता तोड़ रहे हैं।
आदमपुर से मौजूदा विधायक बिश्नोई (53) ने विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता को अपना इस्तीफा सौंपा। बिश्नोई के इस्तीफे के बाद अब हिसार जिले की आदमपुर सीट पर उपचुनाव होगा।
बिश्नोई ने कहा कि कांग्रेस अपनी विचारधारा से भटक गई है और अब वह इंदिरा गांधी तथा राजीव गांधी के समय वाली पार्टी नहीं रही। कांग्रेस ने जून में हुए राज्यसभा चुनाव में बिश्नोई के 'क्रॉस वोटिंग' करने के बाद उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था।
4 बार के विधायक और 2 बार के सांसद पहले से ही पार्टी से नाराज चल रहे थे। इस साल की शुरुआत में उन्हें कांग्रेस की हरियाणा इकाई के प्रमुख पद पर नियुक्त ना किए जाने के बाद उन्होंने बगावती तेवर अपना लिए थे।
कांग्रेस के 2005 में राज्य में पार्टी की जीत के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए भूपिंदर सिंह हुड्डा को चुने जाने पर बिश्नोई और उनके पिता भजन लाल ने 2007 में हरियाणा जनहित कांग्रेस (एचजेसी) बनाई थी। एचजेसी ने बाद में भाजपा और दो अन्य दलों के साथ गठबंधन कर लिया था और 2014 का लोकसभा चुनाव हरियाणा में साथ लड़ा था। हालांकि, विधानसभा चुनाव से पहले यह गठबंधन टूट गया था।
बिश्नोई करीब छह साल पहले कांग्रेस में लौटे थे। हालांकि, उनकी वापसी के बावजूद बिश्नोई और हुड्डा के बीच संबंध कभी गर्मजोशी भरे नहीं रहे।