कीकोरापुट। कुंडुली सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता के परिजनों ने आज मामले की सीबीआई जांच और कथित रूप से मामला दबाने का प्रयास करने वाले पुलिस अधिकारियों तथा डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, जिसके कारण पीड़िता ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
पतांगी थाना के मुसीगुदा गांव की नाबालिग लड़की ने आरोप लगाया कि चार वर्दीधारियों ने गत 10 अक्टूबर को उसके साथ दुष्कर्म किया। उसने घर में चुन्नी की मदद से उस समय खुदकुशी कर ली जब उसके माता-पिता घर पर नहीं थे। गंभीर और बेहोशी की हालत में पीड़िता को कुंडुली अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मौत की खबर इलाके में आग की तरह फैल गई और लोग अस्पताल में जुट गए। घटना के बाद कोरापुट जिले के पोतांगी, कुंडुली, सेमिलिगुडा में तनाव बढ़ने लगा। पीड़िता के परिजनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला प्रशासन द्वारा कोरापुट ले जाने से इंकार करने पर अधिकारियों ने कानून व्यवस्था के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी।
परिवार के सदस्यों ने कुंडुली अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने की मांग करते हुए जिला प्रशासन द्वारा कोरापुट मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम कराने के लिए शव ले जाने का विरोध किया। पीड़िता के चाचा ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की और उन पुलिस अधिकारियों तथा डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की जिन्होंने यह कहकर मामले को दबाने का प्रयास किया कि उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म नहीं हुआ है। (वार्ता)