मणिपुर में बड़ी मात्रा में हथियार व विस्फोटक जब्त, मई से जारी है हिंसा
						
		
						
				
भारी मात्रा में असलहा बरामद
			
		          
	  
	
		
										
								
																	- मणिपुर में मैतेई लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत
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			कुकी आदिवासियों की आबादी 40 प्रतिशत
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			अधिकतरों का पहाड़ी जिलों में निवास
 
 			
 
 			
					
			        							
								
																	
	Large quantity of weapons and explosives seized in Manipur : मणिपुर (Manipur) के चुराचांदपुर और तेंगनौपाल जिलों से बड़ी मात्रा में हथियार तथा विस्फोटक जब्त किए गए। पुलिस ने गुरुवार को इंफाल (Imphal) में यह जानकारी दी। पुलिस (Police) ने बताया कि सुरक्षाबलों ने चुराचांदपुर में 9 जनवरी को 1 कार्बाइन, 9 मिमी देसी पिस्तौल, सिंगल बैरल वाली 5 बंदूक, 8 एचई-36 हथगोले, 6 आंसू गैस के गोले तथा गोला-बारूद आदि जब्त किया।
	 
	ये हथियार मिले : पुलिस ने बताया कि तेंगनौपाल जिले में 6 जनवरी को 4 एचई-36 हथगोले, 1 खराब एके-56 राइफल, 5 देसी बन्दूकें, 5 देसी बम, 4 आईईडी, 1 देशी मोर्टार और एके-56 राइफल का गोला-बारूद मिला। पुलिस के अनुसार हथियारों और गोला-बारूद की तलाश में इंफाल पश्चिम, काकचिंग, बिष्णुपुर, थौबल, इंफाल पूर्व और चुराचांदपुर जिलों के संवेदनशील इलाकों में तलाश अभियान जारी है।
								
								
								
										
			        							
								
																	
	 
	मणिपुर मई से जातीय हिंसा जारी : मणिपुर पिछले साल मई से जातीय हिंसा का सामना कर रहा है और जिसमें अब तक 180 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। मैतेई समुदाय द्वारा उसे अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' आयोजित किया गया जिसके बाद 3 मई को हिंसा भड़क उठी थी। मणिपुर की आबादी में मैतेई लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इम्फाल घाटी में रहते हैं जबकि नगा और कुकी आदिवासियों की आबादी 40 प्रतिशत हैं और ये मुख्य रूप से पहाड़ी जिलों में रहते हैं।(भाषा)
	 
	Edited by: Ravindra Gupta