इंदौर। तेंदुए के घुसने और शहर के स्वच्छता में नंबर एक होने का क्या संबंध है? यूं तो ऐसा कुछ भी नहीं है, लेकिन इंदौर के प्राणी संग्रहालय के प्रभारी डॉ. उत्तम यादव तारीखों के आधार पर बड़े ही 'विचित्र संयोग' की बात कर रहे हैं।
डॉ. यादव का कहना है कि जब-जब तेंदुआ शहर में घुसता है, इंदौर स्वच्छता में नंबर वन आता है। गुरुवार को हमलावर तेंदुए के रेस्क्यू ऑपरेशन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले यादव का मानना है कि 3 वर्ष से इंदौर शहर में 10 मार्च को ही तेंदुआ प्रवेश कर रहा है। यादव का अनुमान संयोग पर आधारित घटना से है, जो तीन साल से एक ही तारीख को घटित हो रही है।
उन्होंने कहा कि यह संयोग ही हो सकता है कि जब-जब भी तेंदुआ शहर में आया है तब-तब इंदौर स्वच्छता में नंबर वन रहा है। इस बार भी 10 मार्च को ही तेंदुए ने शहर में प्रवेश किया। इससे पहले 10 मार्च 2019 को तेंदुआ धार रोड पर आया था। वहीं, 10 मार्च 2020 को तेंदुआ पल्हर नगर में घुस आया था। इस बार भी तेंदुए के घुसने की तारीख भी 10 मार्च ही है।
हालांकि यह भी सही है कि गुरुवार को लिंबोदी इलाके में तेंदुए ने 5 लोगों को हमला कर घायल कर दिया था। हालांकि बाद में उसे पकड़ लिया गया था। ऐसे में इस बार भी उम्मीद करें कि तेंदुए का यह संयोग इंदौर को एक बार फिर स्वच्छता में नंबर वन बनाएगा।
...और खास बात यह कि अगर इस बार भी इस बार भी इस संयोग के चलते इंदौर स्वच्छता में नंबर वन बनता है तो 10 मार्च, 2022 पर भी लोगों की निगाह स्वाभाविक तौर पर रहेगी। शायद फिर शहर में तेंदुआ घुस आए।