Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

LG मनोज सिन्हा गरजे, आतंकियों को शरण दोगे तो घर जमींदोज कर देंगे, यही न्याय का तकाजा है

हमें फॉलो करें LG मनोज सिन्हा गरजे, आतंकियों को शरण दोगे तो घर जमींदोज कर देंगे, यही न्याय का तकाजा है

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, गुरुवार, 7 नवंबर 2024 (14:55 IST)
Lieutenant Governor Manoj Sinha News in Hindi: जम्मू कश्मीर में नई सरकार बनने के बाद आतंकवादी हमलों में अचानक हुई वृद्धि को लेकर राज्य के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि विकास के लिए शांति सबसे जरूरी है। यदि शांति नहीं होगी तो विकास भी नहीं होगा। यदि जम्मू कश्मीर में कोई आतंकवादियों को पनाह देगा तो उनके घर जमींदोज कर दिए जाएंगे। यही न्याय का तकाजा भी है। 
 
यह चिंता की बात है : उपराज्यपाल सिन्हा ने परोक्ष रूप से पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारा पड़ोसी अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है, हमें इसकी चिंता नहीं है। लेकिन, पाकिस्तान के इशारे पर कुछ स्थानीय लोग शांति में खलल डालने की कोशिश कर रहे हैं, यह चिंता की बात है। सिर्फ सुरक्षाबलों को ही नहीं अवाम को भी इन 'चेहरों' को पहचानने की जरूरत है। यदि अवाम तय कर ले तो राज्य में आतंकवाद और अशांति फैलाने की घटनाएं एक साल से ज्यादा नहीं चल सकती। ALSO READ: आतंकवाद के खिलाफ बिस्कुट बना सफल हथियार, जम्मू-कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा कमांडर ढेर
 
यही न्याय का तकाजा : सिन्हा एक वायरल वीडियो में कहते हुए नजर आ रहे हैं कि हमारे बीच ही ऐसे लोग हैं जो आतंकवादियों और अलगाववादियों को पनाह देते हैं और कहते हैं कि हमारे साथ अन्याय हो रहा है। जो लोग आतंकियों को शरण देंगे, उनके घर जमींदोज कर दिए जाएंगे। यह अत्याचार नहीं, न्याय का तकाजा है। यह न्याय आगे भी होता रहेगा। 
उन्होंने कहा कि राज्य में 40-50 हजार लोगों की जान चली गई। माताओं की मांग उजड़ गई, बहनों के भाई चले गए। यह उचित नहीं है। आतंकी निर्दोष लोगों को निशाना बना रहे हैं। जो लोग टनल बना रहे हैं, हमारी कनेक्टिविटी को ठीक कर रहे हैं। ऐसे लोगों की जान लेने का हक किसी को भी नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि जनता इसके खिलाफ खड़ी नहीं होगी तो यह तस्वीर बदलने वाली नहीं है। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

प्रियंका गांधी ने बताया, कैसे करना चाहती है वायनाड की सेवा?