देहरादून। राजस्थान, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश समेत 25 राज्यों में लंपी का कहर दिखाई दे रहा है। उत्तराखंड में भी लंपी अब तक लंपी त्वचा रोग के कुल 20,505 मामले सामने आये हैं, जिनमें से 341 पशुओं की इस रोग से मृत्यु हुई है। हरिद्वार और देहरादून में लंपी का सबसे ज्यादा असर दिखाई दे रहा है।
प्रदेश के पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने पशुओं में फैल रहे लंपी त्वचा रोग के संबंध में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक के बाद बहुगुणा ने बताया कि प्रदेश में अब तक लंपी त्वचा रोग के कुल 20,505 मामले सामने आये हैं, जिनमें से 8,028 पशु पूर्ण रूप से स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 341 पशुओं की मृत्यु हुई है।
राज्य में लंपी रोग से स्वस्थ होने की दर 40 फीसदी तथा मृत्यु दर 1.6 फीसदी है। हरिद्वार तथा देहरादून लंपी रोग से सर्वाधिक प्रभावित जिले हैं।
मंत्री ने बताया कि प्रदेश में 6 लाख लंपी-रोधी टीके उपलब्ध हैं, जिनमें से 5 लाख 80 हजार टीके प्रदेश के विभिन्न जिलों में वितरित किये जा चुके हैं तथा राज्य सरकार द्वारा 4 लाख टीकों का ऑर्डर दिया गया है। पशुपालकों से अपने पशुओं का बीमा करवाने का आग्रह किया ताकि किसी भी प्रकार की हानि होने पर उन्हें उचित मुआवजा प्राप्त हो।