भोपाल। मध्यप्रदेश की राजनीति के दिग्गज नेता और भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अपने अलग अंदाज के लिए अक्सर सुर्खियों में छाए रहते है। भाजपा की केंद्रीय राजनीति में सक्रिय होने के बाद कैलाश विजयवर्गीय जब-जब भोपाल आते है तो वह खबरों में छा जाते है।
बुधवार को कैलाश विजयवर्गीय भोपाल में थे और फिर खबरों में छा गए। दरअसल कैलाश विजयवर्गीय ने विधानसभा परिसर में विधायकगणों के लिए भुट्टा पार्टी का आयोजन किया था। भुट्टा पार्टी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ समेत कई कैबिनेट मंत्री और विधायक शामिल हुए।
भुट्टा पार्टी के दौरान शिवराज और कैलाश विजयवर्गीय की एक अलग जुगलबंदी भी दिखाई देने को उस वक्त मिली जब दोनों नेताओं ने एक सुर में "यह दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे" का गाना गाया। भुट्टा पार्टी में शिव-कैलाश की कैमिस्ट्री राजनीति गलियारों में चर्चा के केंद्र बनने के साथ सोशल मीडिया पर भी छाई हुई है।
कैलाश विजयवर्गीय के भुट्टा पार्टी और दोस्ती की खास गाने के कई सियासी मायने तलाशे जा रहे है। इस पहले दिन में कैलाश विजयवर्गीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने मंत्रालय भी पहुंचे थे जहां दोनों नेताओं के बीच लंबी चर्चा हुई थी।
दरअसल कैलाश विजयवर्गीय अपने पिछले भोपाल दौरे के दौरान बंद कमरों की बैठकों से खासा चर्चा के केंद्र में आ गए थे। उस वक्त कैलाश विजयवर्गीय की सूबे के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा सहित अन्य नेताओं के साथ बंद कमरों में हुई बातचीत ने काफी सुर्खियां बटोरी थी। ऐसे में अब कैलाश-शिव की दोस्ती के जुगलबंदी के राग ने एक नई बहस छेड़ दी है। राजनीति के बारे में अक्सर कहा जाता है कि यहां जो दिखता है वैसा होता नहीं है जो होता है वह दिखता नहीं है।