मुंबई। इस साल लोकसभा चुनाव से पहले मुंबई में भाजपा और शिवसेना के बीच राजनीतिक गठबंधन की घोषणा कर दी गई थी। इसके तहत दोनों पार्टियां बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। बुधवार को इस आशय की जानकारी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने दी।
ठाकरे ने कहा कि भाजपा के साथ तय हुए सीट बंटवारे के फॉर्मूले में कोई बदलाव नहीं किया गया तथा दोनों ही पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ेंगी। सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों ही राजनीतिक दलों में रस्साकशी शुरू हो गई है।
वास्तव में पिछले 1 महीने में करीब 12 वरिष्ठ और कांग्रेसी और एनसीपी के नेता सत्तारूढ़ भाजपा और शिवसेना गठबंधन में शामिल हुए। इसके बाद ये अटकलें लगाई जाने लगी थीं कि दोनों सहयोगी पार्टियां 2019 के विधानसभा चुनाव अलग-अलग लड़ सकती हैं।
सीटों के बंटवारे के बारे में पूछे जाने पर ठाकरे ने कहा कि भाजपा और शिवसेना के बीच राजनीतिक गठबंधन की घोषणा इस साल लोकसभा चुनाव से पहले मुंबई में कर दी गई थी और हमने सीट बंटवारे के जिस फॉर्मूले पर काम किया है, उसमें कोई भी बदलाव नहीं हुआ है तथा दोनों दल बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
आपकी जानकारी के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और उद्धव ठाकरे ने इसी साल फरवरी में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि दोनों दल बराबर-बराबर की सीटों पर ही चुनाव लड़ेंगे और बाकी की कुछ सीटें सत्तारूढ़ गठबंधन के अन्य दलों के लिए रहेंगी।
पिछला महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव दोनों ही दलों ने अलग-अलग लड़ा था और भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी लेकिन वह बहुमत से कुछ दूर रह गई थी। बाद में उसने शिवसेना के समर्थन से अपनी गठबंधन की सरकार बनाई थी और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री निर्वाचित हुए थे।