अयोध्या। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि अयोध्या और राम मंदिर हमारी आस्था का विषय हैं, यह हमारी भावनाओं से जुड़े हैं, श्रद्धा और अस्मिता भी हैं। अयोध्या हमारे लिए आत्मीयता का विषय है। दिल में खुशी की लहर है। 500 साल का इंतजार करने के बाद जो एक सपना लग रहा था। हिंदू हृदय सम्राट बाला साहब ठाकरे का सपना था, हिंदू विचारधारा संगठन का सपना था।
राम मंदिर हिंदू आस्था का प्रतीक है, अस्मिता का प्रतीक है। अयोध्या पहुंचकर मंदिर निर्माण भी देखा इतनी तेजी से काम होगा कोई सोच भी नहीं सकता था। आज राम मंदिर पूरा होने जा रहा है। यह सपना लग रहा था लेकिन तमाम रामभक्तों की आशा के अनुरूप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह काम शुरू हुआ और आगे बढ़ रहा है। जनवरी 2024 में मूर्ति स्थापना भी होगी, इसके आगे भी काम चलता रहेगा।
राम मंदिर का निर्माण मोदी जी के नेतृत्व में हो रहा है, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनका सहयोग कर रहे हैं। उनकी निगरानी में मंदिर का निर्माण हो रहा है, हमें धनुष बाण भी मिला है, पार्टी का नाम भी मिला है। मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार में प्रभु रामचंद्र जी का रामलला का आशीर्वाद लेने पहुंचा हूं। सभी मेरे साथी मंत्री, विधायक, सांसद मौजूद हैं। आज का दिन मेरे जीवन में सबसे बड़े सौभाग्य का दिन है। आज की यात्रा मैं कभी भूल नहीं पाऊंगा।
शिवसेना और भाजपा के लिए अयोध्या कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है, यह हमारे लिए आस्था का विषय है, यहां पर विकास के कार्य हो रहे हैं। योगी जी को भी धन्यवाद दूंगा, उनके मंत्रियों को भी धन्यवाद दूंगा। राम मंदिर बनने के बाद लोगों को रोजी-रोटी भी मिलेगी। हिंदू धर्म अन्य धर्मों का अनादर करने वाला नहीं है, सबको साथ लेकर चलने वाला है।
पहले कई लोग कहते थे, पहले मंदिर फिर सरकार, लेकिन जिन्होंने राम मंदिर का विरोध किया वे कुछ नहीं कर पाए और अब बाला साहब ठाकरे का सपना पूरा करने का काम मोदी जी ने किया है। हमने कई ऐसे निर्णय लिए हैं, जो पिछली सरकारों ने नहीं लिए। मैं ऑफिस पर बैठकर घर में बैठकर काम करने वाला मुख्यमंत्री नहीं हूं, मैं फील्ड में जाकर काम करता हूं। अयोध्या से हमारा पुराना रिश्ता है।
मुख्यमंत्री शिंदे ने महंत परमहंस रामचंद्र दास की समाधि को किया नमन : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार एकनाथ शिंदे राम नगरी अयोध्या पहुंचे। वहां पर पहले से मौजूद शिवसैनिकों ने उनका भव्य स्वागत किया। शिंदे ने स्वर्गीय रामचंद्र दास परमहंस समाधि स्थल पर नमन किया।
मुख्यमंत्री शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ रामजन्मभूमि के शलाका पुरुष श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष एवं दिगंबर अखाड़ा के महंत परमहंस रामचंद्र दास जी महाराज की समाधि पर पहुंचे। समाधि स्थल पर उपस्थित श्री महंत परमहंस रामचंद्र दास सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य नारायण मिश्र के साथ समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया।
मुख्यमंत्री के साथ मुख्यमंत्री के पुत्र सांसद कल्याण श्रीकांत शिंदे एवं महाराष्ट्र सरकार के सभी कैबिनेट मंत्री एवं सांसद, विधायक ने भी नमन कर पुष्पांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री शिंदे ने हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद सरयू तट पर स्थित राम मंदिर आंदोलन के शलाका पुरुष महंत रामचंद्र दास परमहंस की समाधि पर नमन करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
उसके बाद शिवसैनिकों के साथ राम मंदिर पूजन के लिए निकले। मुख्यमंत्री शिंदे ने अपने समर्थकों व कैबिनेट के साथ अयोध्या के कोतवाल के रूप में जाने जाने वाले सिद्ध पीठ हनुमान गढ़ी का दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद लिया।
अयोध्या से हमेशा चर्चा में रहने वाले महंत जगतगुरु स्वामी परमहंस ने भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का स्वागत किया। मुख्यमंत्री शिंदे लक्ष्मण किला के मैदान में संतों का आशीर्वाद लेंगे।इसके लिए भव्य तैयारी की गई है। राम नगरी के सभी प्रमुख संत-महंतों को आमंत्रित किया गया है।