श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में अलगाववादी नेता मोहम्मद यासीन मलिक को शनिवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया और उदारवादी हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज मौलवी उमर फारूक को शुक्रवार देर रात नजरबंद कर दिया गया। सईद अली शाह गिलानी को कोई राहत नहीं मिली है और वह पिछले कई महीनों से नजरबंद हैं।
जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के प्रवक्ता ने बताया कि सुरक्षा बलों की एक टीम ने मलिक को उनके मैसुमा स्थित आवास से सुबह गिरफ्तार किया और बाद में मलिक को श्रीनगर केंद्रीय जेल भेज दिया गया।
इस बीच एचसी के प्रवक्ता ने कहा कि मीरवाइज के घर के बाहर बीती रात से काफी संख्या में सुरक्षा बल और पुलिसकर्मी तैनात है। उन्होंने कहा कि एचसी के अध्यक्ष को सूचित किया गया है कि वह कहीं नहीं जा सकते हैं क्योंकि उन्हें नजरबंद किया गया है।
प्रशासन ने उन्हें नजरबंद करने के कारणों का खुलासा नहीं किया लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि कल एक आतंकवादी के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद श्रीनगर में विरोध प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए उन्हें नजरबंद किया गया है।
गौरतलब है कि आतंकवादियों के साथ इस मुठभेड़ में एक पुलिस अधिकारी शहीद हो गया और एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) घायल हो गया था। मुठभेड़ के दौरान एक संदिग्ध आतंकवादी को गिरफ्तार भी किया गया। (वार्ता)