कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गुरुवार को उस समय अपना आपा खो बैठी जब कुछ लोगों के एक समूह ने 'जय श्री राम' के नारे लगाए। बनर्जी का काफिला उत्तरी 24 परगना जिले के संकटग्रस्त भाटपारा से गुजर रहा था तभी कुछ लोगों ने 'जय श्री राम' के नारे लगाये जिसके बाद वह एक बार फिर अपना आपा खो बैठीं।
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद अपने पार्टी कार्यकर्ताओं पर हुई ‘हिंसा’ के खिलाफ एक धरने में हिस्सा लेने के लिए नैहाटी जा रही थी।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में कुछ लोग उस समय 'जय श्री राम' के नारे लगाते हुए नजर आ रहे हैं, जब बनर्जी का काफिला भाटपारा क्षेत्र से गुजर रहा था। इस क्षेत्र में चुनाव परिणामों की घोषणा होने के बाद से भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच हिंसा चल रही है।
यह क्षेत्र भाजपा के नवनिर्वाचित सांसद अर्जुन सिंह का गढ़ माना जाता है। सिंह ने चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी को पराजित किया है। क्रोधित बनर्जी अपने कार से बाहर आई और उन्होंने अपने सुरक्षा अधिकारियों से इन पुरूषों के नाम लिखने को कहा।
उन्हें यह कहते हुए सुना गया, 'आप अपने बारे में क्या सोचते हैं? आप अन्य राज्यों से आएंगे, यहां रहें और हमारे साथ दुर्व्यवहार करें। मैं इसे बर्दाश्त नहीं करूंगी। तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे अपमानित करने की? आप सभी के नामों और विवरणों को लिख लिया जाएगा।'
मुख्यमंत्री के अपनी कार में वापस जाने के बाद उन लोगों ने फिर से 'जय श्री राम' के नारे लगाये जिस वजह से उन्हें फिर से एक बार अपने वाहन से उतरना पड़ा।
इसके बाद नैहाटी में धरने में बैठे लोगों को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि भाजपा के कुछ कार्यकर्ता उनकी कार के सामने आये और उन्हें अपशब्द कहने लगे। उन्होंने पूछा, 'क्या यहीं लोकतंत्र है?'
इस घटना ने इस महीने की शुरूआत में पश्चिमी मिदनापुर जिले के चन्द्रकोना के निकट हुई इसी तरह की एक घटना की याद दिला दी। लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान के दौरान सामने आई एक वीडियो में बनर्जी उस समय अपना आपा खोती नजर आई थीं जब उनका काफिला क्षेत्र से गुजर रहा था तो कुछ लोग 'जय श्री राम' के नारे लगा रहे थे। (भाषा)