जयपुर। क्लास रूम में जॉय करते हुए सीखें तो क्लास रूम के बाहर सीखते हुए एंजॉय करें। यह बात मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर के प्रेसिडेंट प्रो. जीके प्रभु ने कही।
वे मणिपाल विवि जयपुर के बी.टेक. के विद्यार्थियों के लिए आयोजित ओरिएंटेशन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को कंट्रोल नहीं एंगेज करें तो वे बेहतर परिणाम दे सकते हैं।
उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थान में विद्यार्थी सबसे महत्वपर्ण है। इसके लिए अभिभावक एवं अध्यापकों को साथ मिलकर कार्य कर विद्यार्थियों का बेहतर भविष्य बनाना चाहिए। उन्होंने भविष्य में करिक्युलम कॉन्क्लेव के आयोजन की बात कही। वहीं एकेडमिक एक्सीलेंस, रिसर्च एवं एक्सपीरियंस बेस लर्निंग की बात भी कही।
इस अवसर पर विवि रजिस्ट्रार प्रो. वंदना सुहाग, डायरेक्टर ने मणिपाल एजुकेशन ग्रुप की विकास यात्रा के बारे में बताया। डायरेक्टर एडमिशन प्रो. रिचा अरोड़ा ने सभी विद्यार्थियों एवं अभिभावकों का स्वागत किया। प्रो-प्रेसिडेंट प्रो. एनएन शर्मा ने एमयूजे लीडरशिप का परिचय दिया। प्रो. अवधेष कुमार ने स्कालरशिप, प्रो. निजांजन चट्टोपाध्याय ने ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट, प्रो. एनडी माथुर ने स्टूडेंट एक्टीविटिज आदि के बारे में जानकारी दी। डॉ. भावना त्रिपाठी ने भी विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण जानकारियां दीं।
एडिशनल डायरेक्टर, प्रो. अशोक शर्मा ने सभी का धन्यवाद दिया। इस अवसर प्रो. मृदुल श्रीवास्तव, प्रो. राजवीरसिंह, प्रो. जीएल शर्मा, प्रो. राजकिशोर पारीक, प्रो. एडी व्यास, प्रो. एमएल वढ़ेरा, प्रो. अजय कुमार, प्रो. कुशल कुमार, चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर, कर्नल वीरेंद्रसिंह, चीफ वार्डन अनिलसिंह सहित विभिन्न फेकल्टी के डीन, निदेशक एवं विद्यार्थी मौजूद थे।