मुंबई। महाराष्ट्र आतंकवादरोधी दस्ता (एटीएस) मनसुख हिरन हत्या मामले में गिरफ्तार किए गए एक आरोपी को सोमवार को नजदीकी ठाणे जिले में स्थित उस मुंब्रा नहर पर ले गया, जहां हिरन का शव मिला था और उसने आरोपियों को सिम कार्ड मुहैया कराने के आरोप में गुजरात के एक व्यक्ति को हिरासत में लिया।
एटीएस ने इस मामले में निलंबित पुलिसकर्मी विनायक शिंदे और क्रिकेट सट्टेबाज नरेश गौड़ को शनिवार रात गिरफ्तार किया था। हिरन उस कार का मालिक था, जो दक्षिण मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के निकट मिली थी। कार से जिलेटिन (विस्फोटक सामग्री) की 20 छड़ें बरामद हुई थीं। हिरन की यह कार चोरी हो गई थी।
एटीएस के अनुसार, राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) द्वारा गिरफ्तार किए गए मुंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वाजे का नाम हिरन की हत्या मामले में मुख्य आरोपी के रूप में सामने आया है। एटीएस के एक अधिकारी ने कहा, शिंदे को मुंब्रा नहर के निकट रेतीबंदर इलाके में ले जाया गया, जहां (पांच मार्च को) हिरन का शव मिला था।
उन्होंने कहा, इसके अलावा, हमारी टीम अहमदाबाद गई और उसने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया। इस व्यक्ति ने अपराधियों को अपराध में इस्तेमाल करने के लिए सिम कार्ड मुहैया कराए थे। टीम ने कुछ कार्ड भी बरामद किए हैं।
महाराष्ट्र एटीएस के उप महानिरीक्षक शिवदीप लांडे ने रविवार को फेसबुक पर लिखा था कि हिरन की हत्या की गुत्थी सुलझा ली गई है।(भाषा)