गाजियाबाद। उत्तरप्रदेश में गाजियाबाद के मदरसे में मौलवी और एक नाबालिग ने 10 साल की मासूम लड़की से बलात्कार किया। पुलिस ने लापता 10 साल की बच्ची को 22 अप्रैल को बरामद किया है।
पुलिस ने बलात्कार के आरोप में नाबालिग लड़के और मदरसे के मौलवी को गिरफ्तार कर लिया है। रिपोर्ट के मुताबिक बच्ची ने पुलिस के सामने जो बयान दिया है वह हिला देने वाला है। लड़की ने बताया कि मौलवी बलात्कार के बाद उसे कमरे में कैद कर देता था। उस समय उसके शरीर पर कपड़े भी नहीं होते थे। इसकी पुष्टि इस बात से होती है कि जिस समय पुलिस मदरसे में पहुंची उस समय लड़की केवल एक कपड़ा लपेटे हुए फर्श पर लेटी थी।
इस तरह पहुंची मदरसे : लड़की द्वारा पुलिस को दी गई जानकारी के मुताबिक 21 अप्रैल को वो दुकान जाने के लिए अपने घर से बाहर निकली थी, तभी उसे पड़ोस की एक लड़की मिली। उस लड़की ने उसे एक दोस्त से मिलवाया। यह लड़का उसे मदरसे तक ले गया, जहां उसने और मौलवी ने उसके साथ बलात्कार किया।
जानकारी के मुताबिक 21 अप्रैल को लड़की के पिता ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एक अधिकारी ने बताया कि लड़की के माता-पिता का आरोप है कि मदरसा के धर्मगुरु को लड़की के बंदी बनाकर रखे जाने के बारे में पता था। इसी बीच, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी और पूर्वी दिल्ली के सांसद महेश गिरि ने लड़की के परिजनों से मुलाकात कर हरसंभव सहयोग का विश्वास दिलाया। गिरि ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथसिंह को लिखे एक पत्र में मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। दूसरी ओर इस मामले में लोगों ने प्रदर्शन कर आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की है।