लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सपा व बसपा के गठबंधन को लेकर एक राजनीतिक भूचाल सा आ गया है। फूलपुर और गोरखपुर के उपचुनाव के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता समय-समय पर सपा व बसपा के गठबंधन को लेकर तंज कसने में पीछे नहीं हटते हैं।
ऐसा ही कुछ आज बसपा सुप्रीमो मायावती कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद हुई वार्ता के बाद देखने को मिला और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री श्रीकांत शर्मा ने जमकर सपा-बसपा के गठबंधन को लेकर निशाना साधा।
उन्होंने ट्विटर व कुछ पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बुआजी को साइकल मुबारक और बबुआ को हाथी मुबारक और समाप्त होती इटली कांग्रेस को ये दोनों मुबारक। इन तीनों के कॉकटेल का एक ही चरित्र है- करप्शन, कमीशन व कुशासन। देश और प्रदेश के विकास से इनका कोई सरोकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि जनता ने 15 साल तक इनकी भ्रष्ट, जातिवादी व परिवारवादी राजनीति की पीड़ा भोगी है। इतिहास गवाह है जब-जब प्रदेश में सपा, बसपा और कांग्रेस की सरकार आई है, उन्होंने लोगों को जाति व मजहब की राजनीति में उलझाने का काम किया है। तीनों ने लोगों को बांटकर प्रदेश के संसाधनों की खुली लूट की है। यह बात प्रदेश की 22 करोड़ जनता समझ चुकी है। इसलिए उसने भाजपा का सुशासन चुना है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष योगी सरकार द्वारा एक साल में दी गई सुशासन और विकास कार्यों की मिसालों से गहरी हताशा में है। इसी बौखलाहट में वह सरकार पर मिथ्या आरोप मढ़ने का असफल प्रयास कर रहा है। जनता में अपनी साख और समर्थन खो चुका विपक्ष अब झूठे विरोध के जरिए मीडिया में अपना वजूद बचा रहा है।