नई दिल्ली। दिल्ली में फिर से अपना राजनीतिक आधार तलाश रही कांग्रेस ने मंगलवार को तीनों निगमों के 13 वार्डों में हुए उपचुनाव में चार सीटें जीतकर शानदार वापसी की। आम आदमी पार्टी (आप) को पांच और भाजपा को तीन सीटों पर तथा एक निर्दलीय उम्मीदवार को विजय मिली है।
कांग्रेस ने पूर्वी दिल्ली नगर निगम के दोनों वार्ड खिचड़ीपुर और झिलमिल के अलावा मुनीरका और कमरुद्दीन नगर पर जीत हासिल की। भाजपा के खाते में शालीमार बाग उत्तर, वजीरपुर और नवादा आए। आप ने तेहखंड, विकास नगर, मटियाला, बल्लीमारान और नानकपुरा वार्डों पर जीत हासिल की। निर्दलीय राजेन्द्रसिंह तंवर भाटी से जीते हैं।
पिछले साल हुए दिल्ली विधानसभा के चुनावों में अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने इन 13 वार्डों में जोरदार बढ़त प्राप्त की थी। भाजपा के पास 13 वार्डों में से पहले सात वार्ड थे, लेकिन इस बार वह केवल तीन पर ही जीत हासिल कर पाई।
दिल्ली में 15 वर्ष से शासन चला रही कांग्रेस विधानसभा चुनाव में पूरी तरह साफ हो गई थी और इन उपचुनावों के जरिए वह दिल्ली में फिर से अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने में जुटी है।
भाजपा के भूपेन्द्र मोहन भंडारी शालीमार बाग से 1451 मतों से, डॉक्टर महेन्द्र नागपाल वजीपुर से 3608 और कृष्ण गहलोत 4843 मतों से जीते हैं। मुनीरका से कांग्रेस की योगिता राठी 771, कमरुद्दीन नगर से अशोक भारद्वाज 7434, खिचड़ीपुर से आनंदकुमार 1109 और झिलमिल से कांग्रेस के ही पंकज लूथरा 2419 वोटों से विजयी हुए हैं।
तेहखंड से आप के अभिषेक बिधूड़ी 1555, विकास नगर से अशोक कुमार 1120, मटियाला से रमेश 753, बल्लीमारान से मोहम्मद सादिक 2066 और नानकपुरा से अनिल मलिक 522 मतों से जीते हैं। भाटी से निर्दलीय राजेन्द्रसिंह तंवर 3152 वोटों से जीते हैं।
भाजपा ने तीन पूर्व विधायकों विनोद कुमार बिन्नी, जितेन्द्र शंटी और महेन्द्र नागपाल को चुनाव मैदान में उतारा था, जिनमें से केवल नागपाल विजयी हो सके। (वार्ता)