दुनिया में सबसे बड़े परिवार के मुखिया जियोंघाका उर्फ जियोन-आ का रविवार को यहां एक अस्पताल में निधन हो गया। अस्पताल के सूत्रों ने यह जानकारी दी। जियोजन-आ 76 साल के थे। उनके परिवार में 39 पत्नियां, 94 संतानें तथा 33 पोते-पोतियां तथा नाती-नातिन हैं।
अस्पताल के निदेशक डॉ. लालरिंटलुंगा जहाउ ने से कहा कि जियोन-आ को मधुमेह एवं उच्च रक्तचाप था। उनका तीन दिनों से बक्तावंग गांव में उनके घर पर इलाज चल रहा था। लेकिन उनकी स्थिति बिगड़ने लगी और उन्हें अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
जियोन-आ चना पॉल या छुआंथर संप्रदाय के नेता था, जिसे उनके दादा खुआंगतुआहा ने 1942 में मावंगकावन गांव से निष्कासन के बाद स्थापित किया था। तब से उनका (जियोन-आ)परिवार बक्तावंग गांव में रहता है, जो मिजोरम की राजधानी आइजोल से 55 किलोमीटर दूर है। खुआंगतुआहा के बेटे चना थे और उनके बेटे जियोन-आ हैं।
मुख्यमंत्री जोरामथांगा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष लाल थनहावला, जोराम पीपुल्स मूवमेंट के नेता लालदुहोमा ने जियोन-आ के निधन पर शोक प्रकट किया है।
मुख्यमंत्री जोरमथंगा ने यह जानकारी दी है। मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में चाना के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा- 'मिजोरम और बकटावंग तलंगनुम में उनका गांव उनके परिवार के कारण राज्य में एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण बन गया है।'