गुवाहाटी। भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा (भाजयुमो) की असम इकाई ने सोमवार को दावा किया कि उसके कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी द्वारा अपने ट्वीट में पूर्वोत्तर को भारत के भौगोलिक नक्शे से बाहर रखने को लेकर उनके खिलाफ राज्य के विभिन्न थानों में 1,000 से अधिक शिकायतें दर्ज कराई हैं। वैसे फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि किसी भी थाने ने इन शिकायतों पर कोई मामला दर्ज किया है या नहीं?
असम पुलिस के एक विशेष पुलिस महानिदेशक ने बताया कि राज्य में 329 थाने, 293 चौकियां और 151 गश्ती चौकियां हैं तथा वैसे तो शिकायत चौकियों एवं गश्ती चौकियों में भी दर्ज कराई जा सकती है, लेकिन मामला सिर्फ थाने में ही दर्ज किया जा सकता है।
भाजयुमो के असम मीडिया समन्वयक बिश्वजीत खौंद ने दावा किया कि मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने 1,000 से अधिक शिकायतें दर्ज कराई हैं। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि किन थानों या जिलों में ये शिकायतें दर्ज कराई गई हैं। उन्होंने एक बयान में दावा किया कि गांधी ने भारत को कश्मीर से केरल तक और गुजरात से पश्चिम बंगाल तक फैला बताया है, ऐसे में उन्होंने पूर्वोत्तर को भारत का हिस्सा नहीं बताया। यह भारत की भौगोलिक एकता एवं सुरक्षा के लिए खतरा है।
पुलिस में की गई और मीडिया के साथ साझा की गई शिकायत में भाजयुमो ने आरोप लगाया कि गांधी के ट्वीट में चीन के इस दावे का परोक्ष रूप से समर्थन किया गया है कि पूर्वोत्तर खासकर अरुणाचल प्रदेश उसका (चीन का) हिस्सा है। खौंद ने कहा कि उनका ट्वीट 'अलगाववादी मानसिकता' प्रदर्शित करता है, जो इस सबसे पुरानी पार्टी की विचारधारा की झलक पेश करती है।
बयान में कहा गया है कि कांग्रेस पार्टी भारत के लिए दुर्भाग्य है और राहुल गांधी भारत की समस्या हैं। पहचान जाहिर नहीं करने के इच्छुक भाजपा के एक प्रवक्ता ने बताया कि पार्टी की महिला मोर्चा ने भी कई थानों में राहुल गांधी के खिलाफ शिकायतें दर्ज कराई हैं।
गांधी ने 10 फरवरी को भारत की विविधता और एकता पर ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था कि हमारी एकता में ताकत है। संस्कृतियों की हमारी एकता। विविधताओं की हमारी एकता। भाषाओं की हमारी एकता। लोगों की हमारी एकता। राज्यों की हमारी एकता। कश्मीर से केरल तक। गुजरात से पश्चिम बंगाल तक। भारत अपने सभी रंगों में खुबसूरत है। भारत के जज्बे का अपमान मत कीजिए।
भाजपा के विभिन्न मोर्चों द्वारा गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने से पहले कांग्रेस की युवा शाखा ने राहुल गांधी के पिता पर विवादित बयान देने को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के विरुद्ध कई राज्यों में प्राथमिकियां दर्ज कराई थीं। सरमा ने सितंबर 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक पर सबूत मांगने पर 11 फरवरी को उत्तराखंड में एक चुनावी रैली में गांधी पर निशाना साधते हुए कथित रूप से कहा था कि क्या भाजपा ने राहुल गांधी से पूर्व प्रधानमंत्री (राजीव गांधी) का बेटा होने का प्रमाण मांगा?