Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

महाराष्ट्र की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सांसद ने की केंद्रीय गृहमंत्री से हस्तक्षेप की मांग

हमें फॉलो करें महाराष्ट्र की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सांसद ने की केंद्रीय गृहमंत्री से हस्तक्षेप की मांग

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, शनिवार, 10 फ़रवरी 2024 (11:28 IST)
MP Priyanka Chaturvedi's demand to Home Minister Amit Shah regarding Maharashtra : मुंबई में शिवसेना (यूबीटी) के एक नेता की हत्या के बाद पार्टी सांसद प्रियंका चतुर्वेदी (Priyanka Chaturvedi) ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से महाराष्ट्र की बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
 
शुक्रवार को शाह को लिखे पत्र में चतुर्वेदी ने 1 दिन पहले स्थानीय शिवसेना (यूबीटी) नेता अभिषेक घोसालकर की हत्या और इस महीने की शुरुआत में पड़ोसी ठाणे जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक द्वारा एक पुलिस थाने में की गई गोलीबारी का जिक्र किया।

 
राज्यसभा सदस्य ने पत्र में कहा कि मैं आपसे आग्रह करती हूं कि आप महाराष्ट्र में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर तत्काल हस्तक्षेप करें, इससे पहले कि यहां के निवासियों को अपूरणीय क्षति हो। चतुर्वेदी ने कहा कि एक समय व्यापार और व्यवसाय के लिए प्रसिद्ध मुंबई शहर अब बढ़ते अपराध, हिंसा और गोलीबारी की जद में आ रहा है।

 
राज्य में भय और असुरक्षा का माहौल : उन्होंने कहा कि निर्दोष और जनप्रतिनिधियों को डराने-धमकाने के लिए आग्नेयास्त्रों के बड़े पैमाने पर इस्तेमाल से राज्य में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा हो गया है। स्थानीय व्यवसायी और सामाजिक कार्यकर्ता मौरिस नोरोन्हा ने गुरुवार शाम फेसबुक लाइव के दौरान शिवसेना (यूबीटी) नेता विनोद घोसालकर के बेटे एवं पूर्व पार्षद अभिषेक घोसालकर (40) की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस के अनुसार बाद में नोरोन्हा ने आत्महत्या कर ली।
 
इससे पहले 2 फरवरी को भाजपा विधायक गणपत गायकवाड़ ने भूमि विवाद और राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता में मुंबई के पास उल्हासनगर के एक पुलिस थाने में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के एक स्थानीय नेता को गोली मारकर घायल कर दिया था।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

संसद के दोनों सदनों में होगी राम मंदिर निर्माण और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा पर चर्चा