अहमदाबाद। गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव के पहले पाटीदार आंदोलन के संयोजक और हार्दिक पटेल के करीबी माने जाने वाले नरेंद्र पटेल ने सनसनीखेज आरोप लगाया कि भाजपा ने उन्हें खरीदने के लिए 1 करोड़ रुपए की पेशकश की। इसके लिए 10 लाख रुपए की टोकन मनी भी दी गई।
नरेंद्र पटेल रविवार को शाम 7 बजे ही एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा में शामिल हुए थे और उनके साथ 1 करोड़ रुपए की डील हुई थी। बदले में उन्हें टोकन मनी के रुप में 10 लाख रुपए भी दिए गए थे। पटेल ने रात 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा करते हुए टेबल पर टोकन के रूप में दिए गए 10 लाख रुपए रख दिए।
नरेंद्र पाटीदार मेहसाणा से आते हैं और पाटीदार आंदोलन में वे संयोजक की भूमिका में थे। उनका कहना था कि मैं पाटीदार समाज से गद्दारी नहीं कर सकता, इसीलिए भाजपा को बेनकाब करने के लिए मैंने यह सब किया। खबरिया चैनल 'आजतक' पर इस पूरे सनसनीखेज घटनाक्रम पर विस्तार से जानकारी दी।
सनद रहे कि रविवार को ही पाटीदार आंदोलन में हार्दिक पटेल के महत्वपूर्ण सहयोगी रहे वरुण पटेल और रेशमा पटेल ने सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए। ये दोनों ही कभी भाजपा के आलोचक रहे थे। भाजपा ने नरेंद्र पटेल को भी शाम 7 बजे पार्टी में एक डील के तहत शामिल किया था लेकिन नाटकीय रूप से रात 11 बजे उन्होंने भाजपा की हरकत का भांडा फोड़ दिया।
हार्दिक पटेल और नरेंद्र पटेल को राहुल का न्योता : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात विधानसभा चुनाव के मद्देनजर हार्दिक पटेल और नरेंद्र पटेल को मिलने का न्योता दिया है। ये दोनों ही सोमवार को राहुल से मिलेंगे। नरेंद्र पटेल ने प्रेस के सामने 10 लाख के नोटों के बंडल तो सामने रखे लेकिन वे इसका कोई पक्का सबूत पेश नहीं कर सके कि उन्हें यह नोट भाजपा ने ही दिए हैं। संभवत: वे किसी रणनीति के तहत आने वाले दिनों में सबूत पेश करेंगे।
क्यों नहीं पुलिस और मीडिया को बुलवाया : नरेंद्र पाटीदार को 1 करोड़ रुपए में खरीदने के बारे में गुजरात भाजपा के किसी भी बड़े नेता ने देर रात तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी अलबत्ता आरपी सिंह नामक एक नेता ने कहा कि मैं फिलहाल बाहर हूं। उनका कहना था कि जब उन्हें रुपए दिए गए थे, तभी क्यों नहीं उन्होंने पुलिस और मीडिया को बुलवाया? इन सबका खुलासा करने में उन्होंने 4 घंटे का वक्त क्यों लिया?
भाजपा जोड़तोड़ की राजनीति कर रही है : गुजरात में दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि भाजपा जोड़तोड़ की राजनीति कर रही है। गुजरात में भाजपा यहां के नेताओं की खरीद-फरोख्त बहुत पहले से करती आई है।
भाजपा का बड़ा भंडाफोड़ : इस पूरे मामले पर कांग्रेस के प्रवक्ता संजय झा ने कहा कि यह आरोप गंभीर है। भाजपा का ये बड़ा भंडाफोड़ हुआ है। पैसे देकर लोगों को खरीदने की बात अनैतिक है। इस मामले में चुनाव आयोग को गंभीरता से लेना चाहिए और कार्रवाई करनी चाहिए।
झा ने कहा कि गुजरात में जिस तरह से भाजपा हरकत कर रही है, वो यह बताता है कि उनके पास न कोई सिद्धांत है और न मूल्य। यह बहुत घटिया हरकत है। इस मामले में कांग्रेस भी चुनाय आयोग को शिकायत करने जा सकती है।
हार्दिक पटेल बोले, राजनीति में नहीं आऊंगा : उधर हार्दिक पटेल ने कहा कि कांग्रेस ने मुझे न्योता दिया है लेकिन राजनीति में नहीं आऊंगा, लेकिन हां बीजेपी को हराने के लिए काम करूंगा।’ इतना ही नहीं भाजपा को लेकर हार्दिक में इतना रोष है कि उन्होंने कह दिया कि ‘कांग्रेस, बीजेपी से अच्छी पार्टी है।’ हार्दिक ने कहा कांग्रेस में बीजेपी से ज्यादा लोकतंत्र है।
अपने करीबी वरूण और रेशमा पर भी हार्दिक ने तीखा हमला किया। हार्दिक ने अपने करीबी वरुण पटेल और रेशमा पटेल के भाजपा में शामिल होने पर कहा कि ‘वो गद्दार हैं, कल तक वो बीजेपी को गाली देते थे, अब उनको भाजपा ने खरीद लिया है।’