नासिक। महाराष्ट्र में नासिक से एक बाल आश्रय गृह से डराने वाला मामला सामने आया है। यहां संचालक पर 6 लड़कियों ने यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। इनमें से 5 नाबालिग बताई जा रही हैं। इनकी शिकायत पर केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। नाबालिगों का मेडिकल कराया गया है। पूरे मामले पर मानवाधिकार आयोग ने भी संज्ञान लिया है। मामला सामने आने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।
खबरों के मुताबिक नासिक के एक आश्रम में 15 लड़कियां और 14 लड़के रहते थे। इसके संचालक का नाम हर्षल बालकृष्ण मोरे बताया जा रहा है। उसके खिलाफ एक नाबालिग ने बलात्कार का केस दर्ज करवाया था। जब पुलिस ने जांच शुरू की तो संचालक की काली करतूतें सामने आने लगीं। डरी सहमी नाबालिगों ने हिम्मत जुटाकर अपने साथ हुई हैवानियत की कहानी पुलिस को बताई।
महाराष्ट्र सरकार को नोटिस : राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) कथित यौन शोषण को लेकर महाराष्ट्र सरकार को नोटिस जारी किया है। आयोग ने नासिक में एक बाल आश्रय गृह में लड़कियों के कथित यौन शोषण की मीडिया रिपोर्टों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर इस मामले में छह सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
आयोग ने यहां जारी बयान में कहा कि रिपोर्ट में एफआईआर की स्थिति, मामले में शामिल अपराधों के जांच में प्रगति और परिणाम, अभियुक्तों की गिरफ्तारी, पीड़ित लड़कियों की स्वास्थ्य स्थिति निगरानी / पुनर्वास, यदि किया गया हो और पीड़ितों को अधिकारियों द्वारा प्रदान की राहत के बारे में जानकारी मुहैया कराने को कहा हैं।
उन्होंने कहा कि आयोग ने यह भी जानना चाहता कि क्या पीड़ित कैदियों, विशेष रूप से दर्दनाक घटना के नाबालिग पीड़ितों को कोई परामर्श प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि अगर मीडिया रिपोर्ट सही है तो यह मानवाधिकारों गंभीर उल्लंघन है। (एजेंसियां)