इंदौर। मध्य प्रदेश की एक प्रमुख बिजली वितरण कंपनी ने कागज पर छपने वाले बिलों की तादाद सीमित करने की योजना बनाई है और उसके स्थान पर उपभोक्ताओं को उनके मोबाइल पर ऑनलाइन बिल भेजने का फैसला किया है।
मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने सोमवार को बताया कि प्रायोगिक परियोजना के तहत राज्य की औद्योगिक नगरी पीथमपुर के 18 हजार उपभोक्ताओं को पीडीएफ प्रारूप में ऑनलाइन बिल भेजे जाएंगे।
उन्होंने बताया, हम पीथमपुर के उपभोक्ताओं को उनके मोबाइल नंबरों पर बिजली बिलों की पीडीएफ प्रति भेजेंगे। जिन उपभोक्ताओं ने हमें अपने ई-मेल पते दिए हैं, उन्हें ई-मेल पर भी बिजली बिल प्रदान किए जाएंगे।
कंपनी के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि कागज पर छपने वाले बिजली बिलों की तादाद को शहरी क्षेत्रों में चरणबद्ध तरीके से घटाया जाएगा, जिससे न केवल बिल छपवाने में होने वाला खर्च बचेगा, बल्कि इन्हें उपभोक्ताओं के घर-घर जाकर बांटने के मानवीय श्रम की भी बचत होगी।
उन्होंने कहा,कागजी बिल घटने से पर्यावरण को भी फायदा होगा। अधिकारी ने बताया कि पश्चिमी मध्य प्रदेश के 15 जिलों में बिजली आपूर्ति का जिम्मा संभालने वाली कंपनी फिलहाल हर महीने करीब 44 लाख बिजली बिल कागज पर छपवाकर उपभोक्ताओं तक पहुंचाती है।(भाषा)