मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी प्याज मंडी नीमच में प्याज के भावों में आग लगी हुई है। जो प्याज मंडी में थोक के भाव 40 से 50 रु किलो बिक रही है वही सब्जी मंडी में 60 से 70 रुपए किलो तक बिक रही है। भावों में लगी आग के कारण आम लोगों की थाली से प्याज गायब हो गया है।
लोगों का कहना है कि अब प्याज सब्जी के भाव मिलने लगा है जिसे खरीदने से पहले काफी सोचना पड़ रहा है। किसान प्याज के भावों को लेकर काफी खुश हैं, क्योंकि यही प्याज पिछले सीजन में 2 रुपए किलो बिक रही थी। इससे किसानों का भाड़ा तक नहीं निकल रहा था और सड़कों पर फेंकी जा रही थी।
नीमच में खासकर प्याज की पैदावार ज्यादा होती है। यहां खरीफ और रबी के सीज़न में करीब 3-3 हज़ार हेक्टेयर में प्याज उगाया जाता है, लेकिन इस बार मात्र 1200 हेक्टेयर में ही प्याज की खेती हुई।
फिर इस बार हुई बर्बादी की बारिश से प्याज की फसल को नुकसान भी हुआ जिसके चलते आमजनों को बड़े सस्ते दाम पर मिलने वाले प्याज के भाव आसमान छूने लगे। यहां भी प्याज के भाव बड़े शहर की ही तरह हो गए हैं।
आमजन जिस प्याज को सलाद की शान बनाते हुए खाया करता था या खिलाया करता था वह थाली से ही गायब हो गया है।
किसान किशनलाल का कहना है कि प्याज के भाव 40 से 50 रुपए किलो किसानों को मिलना ही चाहिए तभी कुछ मिल पाएगा नहीं तो पहले की ही तरह इसे फेंकना ही पड़ेगा।
सब्जी विक्रेता मुन्नालाल का कहना है कि इस समय प्याज के भाव एकदम से 15 से 20 रुपए किलो तक बढ़ गए हैं। रिटेल में हमारे यहां प्याज 60 रुपए किलो बिक रहा है जिसके चलते खरीदार प्याज लेने में भावताव करते हुए कम प्याज खरीद रहे हैं।
गृहिणी कमलादेवी ने कहा कि हमारे यहां तो प्याज मिलने वाले किसान परिवारजन ऐसे ही प्याज दे जाया करते हैं, लेकिन अब तो प्याज के भाव ही इतने बढ़ गए हैं कि वे भी अब प्याज सीधे मंडी में ही बेचते हैं। प्याज इतना महंगा हो जाएगा, यह सोचा नहीं था। अब तो सब्जी तक में प्याज डालने के लिए सोचना पड़ रहा है।