नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोनावायरस मामलों धीमी रफ्तार ने राहत दी है, लेकिन बारिश के मौसम में डेंगू और मलेरिया का खतरा बढ़ रहा है।
खबरों के मुताबिक दिल्ली में डेंगू के अब तक 124 मामले आ चुके हैं। मौसम विभाग ने बारिश में मलेरिया और डेंगू के मामलों के बढ़ने की आशंका जताई है। पिछले वर्षों में देखें तो दिल्ली में डेंगू अक्सर बारिश के बाद ही बढ़ता है। ऐसे में कोविड प्रोटोकॉल के बीच जलजनित बीमारियों से भी बचाव की आवश्यकता है।
राष्ट्रीय राजधानी में इस साल अब तक डेंगू के कम से कम 124 मामले सामने आए हैं। नगर निगम की ओर से सोमवार को जारी की गई एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।
रिपोर्ट के मुताबिक 1 जनवरी से 4 सितंबर के बीच डेंगू के मामलों की संख्या 2018 के बाद से इस साल सबसे अधिक है। वर्ष 2018 में इसी अवधि के दौरान डेंगू के 137 मामले सामने आए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल अगस्त महीने के दौरान ही दिल्ली में डेंगू के 72 मामले सामने आए, जोकि अब तक सामने आए कुल मामलों का 58 प्रतिशत है।
सितंबर महीने के शुरुआती चार दिनों में डेंगू का कोई मामला सामने नहीं आया है। डेंगू के मच्छर साफ और स्थिर पानी में पैदा होते हैं, जबकि मलेरिया के मच्छर गंदे पानी में भी पनपते हैं। डेंगू के मामले आम तौर पर जुलाई से नवंबर के बीच सामने आते हैं, लेकिन यह अवधि दिसंबर के मध्य तक भी बढ़ सकती है।
नगर निगम की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में चार सितंबर तक डेंगू के कम से कम 124 मामले सामने आए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में इस वर्ष जनवरी में डेंगू का कोई मामला सामने नहीं आया जबकि फरवरी में दो, मार्च में पांच, अप्रैल में 10, मई में 12, जून में सात और जुलाई में 16 मामले सामने आए।
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वर्षों में इसी अवधि में डेंगू के मामलों की स्थिति इस प्रकार थी- 2016 में 771 , 2017 में 829 , 2018 में 137, 2019 में 122 और 2020 में 96 मामले सामने आए थे। हालांकि, दिल्ली में डेंगू से इस साल अब तक किसी मरीज की मौत नहीं हुई है।
नगर निगम की ओर से सोमवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल 28 अगस्त तक मलेरिया के 57 मामले और चिकनगुनिया के 32 मामले भी सामने आ चुके हैं।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष जोगी राम जैन ने हाल ही में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया की रोकथाम पर जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक भी की।
उन्होंने सरकारी भवनों, स्कूलों, कार्यालयों, सामुदायिक भवनों और औषधालयों के परिसरों में मच्छरों के प्रजनन की नियमित जांच करने के भी निर्देश दिए।
24 घंटे में कोई मौत नहीं : दिल्ली में बुधवार को कोविड-19 के 41 नए मामले सामने आए और संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 14,38,082 हो गई। वहीं, बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण से किसी मरीज की मौत नहीं हुई। दिल्ली में संक्रमण दर 0.05 प्रतिशत हो गयी है। बुलेटिन के मुताबिक दिल्ली में बीते 24 घंटे के दौरान कोविड-19 के 13 मरीज संक्रमण मुक्त हुए। इसके बाद राष्ट्रीय राजधानी में इस जानलेवा वायरस के संक्रमण को मात देने वालों की संख्या बढ़कर 14.12 लाख से अधिक हो गई है।
राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 414 हो गई है, जिसमें से 107 मरीज घर पर ही रहकर अपना इलाज करवा रहे हैं। दिल्ली में अब तक 25,083 लोगों की कोविड-19 से मौत हो चुकी है। संक्रमण से मृत्यु दर 1.74 प्रतिशत पर बनी हुई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक दिल्ली में बीते 24 घंटे के दौरान कोविड-19 के 75,079 नमूनों की जांच की गई, जिसमें से 51,328 नमूनों की आरटी-पीसीआर, सीबीएनएएटी और ट्रूनैट जांच की गयी।
व्हाटसऐप नंबर की शुरुआत : दिल्ली सरकार ने बुधवार को एक नए कोविड-19 व्हाट्सऐप सहायता नंबर की शुरुआत की जिससे शहर के लोगों को इस महामारी के बारे में विश्वसनीय सूचना मिलेगी, नजदीकी टीकाकरण केंद्र का पता चलेगा और टीके का समय बुक करने में सुविधा होगी।
एक बयान में बताया गया व्हाट्सऐप नंबर के जरिए दूरस्थ माध्यम से परामर्श और ऑक्सीजन स्टेशनों की जानकारी मिल सकेगी। सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार, दिल्ली में कोविड संबंधित संसाधनों के बारे में सटीक, सही और अद्यतन सूचना प्राप्त करने का यह एक जरिया होगा।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि हमने (कोविड की) संभावित तीसरी लहर से बचने की तैयारी के तहत तकनीक की सहायता से व्हाट्सऐप चैटबॉट बनाया है। उन्होंने कहा कि जनता कोविड-19 के संबंध में विश्वसनीय जानकारी सुविधाजनक तरीके से हासिल कर सके इसलिए इस चैटबॉट में कुछ नई चीजें भी जोड़ी गई हैं। इसके अलावा उन्हें नजदीकी टीकाकरण केंद्रों के बारे में जानने में भी सहायता मिलेगी। (इनपुट एजेंसियां)