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पुलिस ने किया भैंस को गिरफ्तार, जानिए क्यों...

हमें फॉलो करें पुलिस ने किया भैंस को गिरफ्तार, जानिए क्यों...
लखनऊ , शुक्रवार, 12 मई 2017 (12:11 IST)
लखनऊ। कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं, ऐसा संवाद आपने कई फिल्मों में सुना होगा। लेकिन कभी-कभी नियम-कानूनों का इस तरह इस्तेमाल होता है कि इनका उपयोग बहुत  ही हास्यास्पद लगता है। और जब सवाल आया कि भैंस बड़ी या पुलिस, तो इसमें भैंस के सामने कानून को महत्व दिया जाना लगभग तय था। 
 
आपके जेहन में एक और सवाल उठ सकता है कि आखिर भैंस ने ऐसा क्या किया कि उसे पुलिस की हिरासत में लिया गया। पुलिस ने आखिर उसे क्यों गिरफ्तार किया ? भैंस का गुनाह तो इस संबंध में बताया गया कि भैंस ने सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाया था।
 
उत्तर प्रदेश में लखनऊ के पास लखीमपुर खीरी जिला है जिसमें इस तरह की वारदात हुई जिसके तहत सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में यूपी पुलिस ने एक भैंस को आरोपी बनाया है। मामला कोतवाली इलाके का है और आप यह जानकर आप चौंक जाएंगे कि इस भैंस पर संगीन आरोप लगे हैं।
 
दरअसल, पालिया के बलदेव बैदिक इंटर कालेज में यह भैंस बाउंड्री वॉल फांद कर घुस आई। बाउंड्री के अंदर वन विभाग ने पिछले साल वृक्षारोपण किया था। सरकारी पेड़ लगे थे। भैंस पर उन सरकारी पेड़ों को चबा जाने और नुकसान पहुंचाने का आरोप है। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि आवारा जानवर बड़ी मेहनत से उगाए गए पेड़ों को चंद मिनटों में चट कर जाते हैं।
 
भैंस कॉलेज प्रांगण में घुसकर नुकसान पहुंचा रही थी। इसी बीच कॉलेज वालों ने इसकी सूचना डायल 100 पर फोन कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस भैंस को बांधकर कोतवाली ले गई। इस मामले में बलदेव वैदिक इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल आरएल भार्गव का कहना है कि हमने डायल 100 पर शिकायत की थी लेकिन पुलिस के आने से पहले ही इस भैंसे ने बहुत नुकसान कर दिया था। 
 
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में पशु संबंधी समाचार सुर्खियों में आ जाते हैं। पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी सरकार के एक खास मंत्री आजम खान की भैंसों की चोरी का मामला सुर्खियों में रहा था।
 
सरकार के एक प्रभावी मंत्री की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाए जाने के बाद प्रदेश भर की सारी पुलिस भैंसों को खोजने के काम में जुट गई थी।  
 
आजम खान ने पूरी पुलिस को काम पर लगा दिया था और काफी भागदौड़ के बाद पुलिस ने भैंसों को बरामद कर लिया था। लेकिन इस मामले को लेकर आजम की खूब आलोचना भी हुई थी।  विपक्षी दलों ने हमला बोलते हुए कहा कि जिस प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमराई हुई हो, वहां भैंसों को ढूंढ़ने में ऐसी चुस्ती आम आदमी के साथ मजाक है। लेकिन यह भगवान की कृपा है कि यह भैंस किसी वीवीआईपी की नहीं हैं और कानून के लम्बे हाथ होने के कारण स्थानीय कोलवाली में बंधी हुई है।

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