कच्छ। गुजरात में एक वीडियो की पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म पर किए गए दावों के विपरीत कच्छ जिले में ग्राम पंचायत चुनाव जीतने वाले उम्मीदवार की रैली के दौरान पाकिस्तान के पक्ष में कोई नारा प्रथम दृष्टया नहीं लगाया गया था। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि पंचायत चुनाव का परिणाम घोषित होने के तुरंत बाद मंगलवार को दुधई गांव में रीनाबेन राधुभाई कोठीवाड़ की जीत रैली के दौरान कुछ लोगों ने 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाने का दावा करते हुए गलत सूचना फैलाने वालों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले दिन में गुजरात के गृहमंत्री हर्ष संघवी ने इस वीडियो का हवाला दिया था और कच्छ (पूर्व) के एसपी और सीमा रेंज आईजी को तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था। यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी प्रसारित हुआ है, जिसमें यह दावा किया गया था कि एक महिला उम्मीदवार के विजय जुलूस के दौरान लोगों के एक समूह ने पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए।
पुलिस अधीक्षक (कच्छ पूर्व) मयूर पाटिल ने बताया, रीनाबेन राधुभाई कोठीवाड़ ने दुधई गांव की महिला सरपंच के रूप में चुनाव जीता, जिसके परिणाम मंगलवार को घोषित किए गए थे। उनके विजय जुलूस के दौरान उनके समर्थकों ने दो बार राधुभाई जिंदाबाद के नारे लगाए।
हालांकि कुछ लोगों ने यह दावा करने के लिए वीडियो को गलत तरीके से प्रस्तुत किया कि लोग पाकिस्तान जिंदाबाद चिल्ला रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर वीडियो क्लिप को शांति से सुना जाए तो कोई भी सुन सकता है कि आठ सेकंड के बाद लोग दो बार राधुभाई जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं।
पाटिल ने बताया कि मामले की जांच की जाएगी और गलत सूचना फैलाने के लिए शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने कहा, हम उस पत्रकार को चेतावनी जारी करेंगे, जिसने बिना उचित सत्यापन के इस वीडियो को ट्विटर पर साझा किया। हम उस संगठन को भी लिखेंगे, जिसके लिए वह काम कर रहा है।
संघवी ने कहा था कि कच्छ में चुनाव परिणाम के बाद (रैली में) नारेबाजी की घटना की उचित जांच की जा रही है। मंत्री ने कहा, हम पूरी गंभीरता के साथ कार्रवाई कर रहे हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि नारे लगाने वाले सभी लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा।(भाषा)