'प्रवाह' अंतरराष्ट्रीय नागरिक सेवा (आईसीएस) और वॉलेंटरी सर्विसेज ओवरसीस (वीएसओ) द्वारा युनाइटेड किंगडम सरकार की आर्थिक सहायता से चलाया जाने वाला एक दिलचस्प कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत भारत और यूके के 20-25 युवाओं का समूह भारत के किसी ग्रामीण समुदाय के बीच रहकर 3 महीनों के लिए विकासशील प्रॉजेक्ट्स पर काम करता।
जो भी युवा इस कार्यक्रम का हिस्सा बनना चाहते हैं वे सितंबर से दिसंबर और अक्टूबर से जनवरी के कार्यक्रम के लिए क्रमश: 10 और 25 अगस्त तक
[email protected] पर आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा 08586941784 पर भी संपर्क किया जा सकता है। प्रवाह दिल्ली स्थित संस्थान है, जो युवाओं के साथ उनके नेतृत्व और सक्रिय नागरिकता को ध्यान में रखकर अनेक प्रकार के कार्यक्रम चला रही है।
प्रवाह के मुताबिक इस यात्रा के दौरान वॉलेंटियर न सिर्फ़ समुदाय के विकास में भागीदार होते हैं साथ ही उनमें नेतृत्व क्षमता भी विकसित होती है और विभिन्न संस्कृतियों से जुड़ने अनुभव भी होता है। प्रवास के दौरान वॉलेंटियर्स का यात्रा, आवास, भोजन और चिकित्सा संबंधी खर्च कार्यक्रम द्वारा वहन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त वॉलेंटियर्स को साप्ताहिक रूप से सीमित भत्ता भी दिया जाएगा।
पिछले एक साल में भारत और यूके के विभिन्न हिस्सों से 84 युवा इस कार्यक्रम का हिस्सा बन चुके हैं। मध्यप्रदेश से भी 5 युवा साथी इस कार्यक्रम का हिस्सा बन चुके हैं, इनमें हरदा जिले के राहटगांव की 22 वर्षीए रिंकी गौर भी हैं।