चंडीगढ़। पंजाब में विपक्ष ने शुक्रवार को राज्य की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह प्रतिद्वंद्वियों से बदला लेने के लिए पुलिस का दुरुपयोग कर रही है। मोहाली में बग्गा के खिलाफ दर्ज एक मामले में पंजाब पुलिस द्वारा भाजपा नेता को दिल्ली से गिरफ्तार किए जाने की घटना को लेकर राजनीतिक दलों ने यह आरोप लगाया।
हालांकि दिल्ली पुलिस की एक टीम ने नाटकीय घटनाक्रम में हरियाणा के कुरुक्षेत्र में बग्गा का संरक्षण ले लिया और उन्हें अपने साथ वापस दिल्ली ले गई। बग्गा के पिता द्वारा दर्ज की गई शिकायत पर दिल्ली में अपहरण का मामला दर्ज होने के बाद हरियाणा पुलिस ने बग्गा को ले जा रहे पंजाब पुलिस के काफिले को कुरुक्षेत्र में रोक दिया था।
कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने राजनीतिक प्रतिशोध के लिए आप सरकार द्वारा पंजाब पुलिस का दुरुपयोग किए जाने की निंदा की। वडिंग ने यहां एक बयान में आरोप लगाया, आप राजनीतिक विरोधियों से हिसाब-किताब चुकता करने में पुलिस का दुरुपयोग करके भाजपा को पछाड़ने की कोशिश कर रही है।
बग्गा की गिरफ्तारी और उसके बाद के घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए वडिंग ने कहा कि राज्य पुलिस, जो अपने साहस, वीरता और बलिदान के लिए जानी जाती है, को एक व्यक्ति के अहंकार को संतुष्ट करने के लिए एक अजीब स्थिति में डाल दिया गया था, क्योंकि वह अपनी निंदा करने वाले व्यक्ति को सलाखों के पीछे चाहता था।
वह स्पष्ट रूप से आप प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का जिक्र कर रहे थे। उन्होंने कहा, यह अत्यधिक असहिष्णुता है, चाहे बग्गा या जिग्नेश मेवानी को गिरफ्तार करना हो या अलका लांबा या डॉ. कुमार विश्वास के खिलाफ मामला दर्ज करना हो तथा हम इसकी निंदा करते हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि दिल्ली पुलिस द्वारा पंजाब पुलिस के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया जाना अत्यधिक दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने मांग की कि राज्य पुलिस को ऐसी शर्मनाक स्थिति में डालने के लिए जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए।
उन्होंने पुलिस महानिदेशक से इस तरह के मुद्दों से निपटने में अपने अधिकार और विवेक का इस्तेमाल करने का आग्रह किया। आप के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कांग ने कहा, पंजाब पुलिस पेशेवर रूप से काम कर रही है। मैं एक बार फिर से कहूंगा कि पंजाब एक उपजाऊ भूमि है लेकिन नफरत की भूमि नहीं।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि यह निंदनीय है कि ऐसे समय में जब पंजाब में कानून-व्यवस्था की स्थिति सबसे खराब थी और सांप्रदायिक सद्भाव खतरे में था, तब मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पुलिस बल को केजरीवाल के लिए काम में लगा दिया ताकि वह अपने निजी हित साध सकें।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से कहा कि वह पंजाब पुलिस अधिकारियों को अरविंद केजरीवाल का निजी मिलिशिया न बनाएं। उन्होंने कहा कि बग्गा को गिरफ्तार करने का पूरा तमाशा दिल्ली में आप मालिकों की प्रतिशोध की राजनीति के अलावा और कुछ नहीं है।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी बग्गा की गिरफ्तारी की निंदा की। अमरिंदर ने पंजाब पुलिस से किसी बाहरी व्यक्ति के तानाशाही फरमान के आगे नहीं झुकने को कहा।
उन्होंने पंजाब पुलिस को आगाह करते हुए कहा, याद रखें, अरविंद केजरीवाल आपके मुख्यमंत्री नहीं हैं। अमरिंदर सिंह ने कहा कि बग्गा के खिलाफ मामला गलत है। उन्होंने कहा, सिर्फ इसलिए कि वह (बग्गा) केजरीवाल के आलोचक हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें सलाखों के पीछे डाल दिया जाना चाहिए।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने दिल्ली और पंजाब में आप सरकार की हिटलर जैसी कार्रवाई के लिए निंदा की। कांग्रेस की पंजाब इकाई के पूर्व प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने राजनीतिक प्रतिशोध में शामिल होने को लेकर आप सरकार की निंदा की।(भाषा)