जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने समाज के गरीब तबके लिए बड़ी घोषणाएं करते हुए उसे 500 रुपए में गैस सिलेंडर व हर महीने फूड किट देने, 25 लाख रुपए तक इलाज मुफ्त कराने व 100 यूनिट तक बिजली मुफ्त करने की घोषणा की। गहलोत ने ओला, उबर, स्विगी, जोमैटो आदि कंपनियों के कर्मचारियों गिग वर्कर्स (अस्थाई कर्मचारी) के लिए 200 करोड़ रुपए का कल्याण कोष स्थापित करने की घोषणा भी की है।
मौजूदा कार्यकाल में अपना आखिरी बजट पेश करते हुए गहलोत ने लोगों को महंगाई से राहत दिलाने के लिए कुल मिलाकर 19,000 करोड़ रुपए के 'महंगाई राहत पैकेज' की घोषणा की। इसके साथ ही गहलोत ने पुरानी पेंशन योजना 'ओपीएस' का दायरा बढ़ाते हुए राज्य में बोर्डों और निगमों के कर्मियों के लिए भी इसे लागू करने की घोषणा की।
अपने बजट भाषण में गहलोत ने कहा, कि मैं राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के दायरे में आने वाले लगभग एक करोड़ परिवारों को आगामी वर्ष नि:शुल्क राशन के साथ साथ प्रति माह नि:शुल्क मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा फूड पैकेट दिए जाने की घोषणा करता हूं। इस पैकेट में एक-एक किलो दाल, चीनी, नमक, एक लीटर खाद्य तेल उपलब्ध करवाया जाएगा। इसपर लगभग 3,000 करोड़ रुपए का खर्च आएगा।
उन्होंने कहा कि 'बीपीएल' व प्रधानमंत्री उज्जवला योजना में शामिल निम्न आय वर्ग के लगभग 76 लाख परिवारों को घरेलू सिलेंडर आगामी वर्ष से 500 रुपए में उपलब्ध करवाने की घोषणा की। इसपर 1,500 करोड़ रुपए का खर्च आएगा।
उन्होंने कहा कि घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट बिजली प्रति माह नि:शुल्क दी जाएगी। यह सीमा अभी 50 यूनिट थी। इससे प्रदेश के 1.19 करोड़ में से 1.04 करोड़ से अधिक परिवारों को घरेलू बिजली नि:शुल्क मिल सकेगी। इस पर 7,000 करोड़ रुपए का भार आएगा।
गहलोत ने कहा, कि चरणबद्ध तरीके से 300 यूनिट प्रतिमाह उपभोग करने वाले घरेलू उपयोक्ताओं को नि:शुल्क बिजली उपलब्ध कराना हमारा लक्ष्य है। इस प्रकार हमारे द्वारा डीजल-पेट्रोल पर लागू वैट को कम कर लगभग 7,500 करोड़ रुपए की छूट को आगे भी जारी रखी जाएगी। साथ-साथ आगामी वर्ष सस्ते एलपीजी सिलेंडर, नि:शुल्क घरेलू बिजली का 19,000 करोड़ रुपए से अधिक का महंगाई राहत पैकेज दिया जाना प्रस्तावित है।
मुख्यमंत्री ने महत्वाकांक्षी चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत प्रति परिवार बीमा कवर को 10 लाख रुपए से बढ़ाकर 25 लाख रुपए करने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ अब गरीब (बीपीएल) के साथ साथ आर्थिक रूप से कमजोर (ईडब्ल्यूएस) परिवारों को भी मिलेगा। गहलोत ने इस योजना के तहत दुर्घटना बीमा की राशि को भी 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपए करने की घोषणा की।
गहलोत ने ओला, उबर, स्विगी, जोमैटो आदि कंपनियों के कर्मचारियों गिग वर्कर्स (अस्थाई कर्मचारी) के लिए 200 करोड़ रुपए का कल्याण कोष स्थापित करने की घोषणा की है।
उन्होंने कहा कि 'गिग इकॉनमी' का दायरा बढ़ रहा है और राज्य में 'गिग वर्कर्स' की संख्या बढ़कर 3-4 लाख हो गई है और इनकी सामाजिक सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। गहलोत ने कहा कि उन्हें उत्पीड़न से बचाने के लिए, मैं गिग वर्कर्स वेलफेयर एक्ट लाने का प्रस्ताव करता हूं, जिसके तहत गिग वर्कर्स वेलफेयर बोर्ड के गठन के साथ, 200 करोड़ रुपए के साथ गिग वर्कर्स वेलफेयर कोष की स्थापना स्थापना की जाएगी।
गहलोत ने पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) का विस्तार करते हुए अब राज्य सरकार के बोर्ड, निगम, अकादमियों और विश्वविद्यालयों के कर्मियों को भी इसका लाभ देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इससे एक लाख से ज्यादा कर्मचारियों को फायदा होगा। गहलोत ने पिछले साल के बजट में राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की घोषणा की थी।
उन्होंने कहा कि 2,000 यूनिट तक बिजली की खपत करने वाले किसानों को वित्त वर्ष 2023-24 से राज्य में मुफ्त बिजली मिलेगी। इसका फायदा 11 लाख से अधिक किसानों को होगा। उल्लेखनीय है कि गहलोत का मौजूदा कार्यकाल में यह 5वां व आखिरी बजट है।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta