जयपुर। राजस्थान के करौली जिले में शनिवार को नवसंवत्सर के उपलक्ष्य में मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र से गुजर रही बाइक रैली पर पथराव करने और आगजनी की घटना के बाद पैदा हुए सांप्रदायिक तनाव के चलते शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। खबरों के मुताबिक इस हिंसा में करीब 35 लोग घायल हुए हैं। करौली के जिलाधिकारी एवं जिला मजिस्ट्रेट राजेन्द्रसिंह शेखावत ने बताया कि जिले में 2 अप्रैल से 3 अप्रैल की मध्यरात्रि तक इंटरनेट सेवाए निंलबित कर दी गई हैं।
पुलिस ने बताया कि शहर के मुस्लिम बाहुल्य इलाके से जब बाइक रैली गुजर रही थी उसी दौरान कुछ उपद्रवियों ने रैली पर पथराव किया जिससे तनाव पैदा हुआ और कुछ दुपहिया वाहनों व दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया।
करौली पुलिस नियंत्रण कक्ष ने बताया कि पत्थरबाजी की घटना में 35 से अधिक लोग घायल हो गए। करौली जिलाधिकारी राजेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि कई स्थानों पर आगजनी की घटनाएं हुई हैं। स्थिति तनाव पूर्ण है, लेकिन नियंत्रण में है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से बातचीत कर करौली में हुई घटना की विस्तृत जानकारी ली है। गहलोत ने ट्वीट किया कि करौली में हुई घटना को लेकर डीजीपी से बात कर स्थिति की विस्तृत जानकारी ली है। पुलिस को हर उपद्रवी से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं। मैं आमजन से अपील करता हूं कि शांति बनाए रखें एवं कानून-व्यवस्था बनाने में सहयोग करें।
राज्यपाल कलराज मिश्र ने करौली में हुई हिंसा के सबंध में पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर से दूरभाष पर संवाद कर हालात के बारे में जानकारी ली। मिश्र ने हिंसा पर चिंता जताते हुए डीजीपी से हालात नियंत्रण को लेकर की गई कार्रवाई के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने इस दौरान स्थानीय लोगों से संयम बरतते हुए शांति एवं सद्भाव कायम रखने की अपील भी की है।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने करौली घटना पर प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने मांग करते हुए कहा कि नवसंवत्सर पर निकाली जा रही उत्साह रैली पर विरोधी मानसिकता के लोगों द्वारा किए गये हमले की मैं कड़ी निंदा करती हूं। शांति प्रिय राजस्थान में नफरती मानसिकता को नहीं पनपने दिया जा सकता। प्रशासन को दोषियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि करौली में नवसंवत्सर (हिन्दू नववर्ष) के उपलक्ष्य में निकाली जा रही बाइक रैली पर अराजक तत्वों द्वारा किए गए सुनियोजित पथराव और आगजनी की घटना से भारी जनआक्रोश है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण की नीति का नतीजा हैं। अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। अपराधियों को कांग्रेस सरकार का संरक्षण है।
अतिरिक्त महानिदेशक कानून व्यवस्था हवासिंह घुमरिया ने बताया कि अब तक उपद्रव में शरीक लगभग ढाई दर्जन व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने बताया कि बाहर से करीब 600 अतिरिक्त पुलिस बल को करौली रवाना किया गया है।
घुमरिया ने कहा कि करौली में कर्फ्यू लगा दिया गया है और अधिकारियों को उपद्रवियों को किसी सूरत में नहीं बख्शने और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस अधीक्षक को 100 प्रतिशत कर्फ्यू लागू करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि पुलिस मुख्यालय से अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक संजीव कुमार, पुलिस महानिरीक्षक भरतलाल मीणा, जयपुर उपमहानिरीक्षक (अपराध शाखा) राहुल प्रकाश और जयपुर (दक्षिण) के उपायुक्त मृदुल कछावा को भेजा गया है। बड़ी संख्या में उपाधीक्षक, पुलिस निरीक्षकों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में पूरी तरह स्थिति नियंत्रण में है, कुछ दुकानों में आगजनी की घटनाएं हुई थीं, उन पर भी नियंत्रण करने की कोशिश की जा रही है।
पुलिस नियंत्रण कक्ष ने बताया कि पत्थबाजी की घटना में 35 से अधिक लोग घायल हुए हैं जिनमें से पांच-सात लोगों को करौली के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति को जयपुर रेफर किया गया है जबकि अन्य को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया।