फिल्म निर्माता राजकुमार हिरानी पर एक महिला ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। महिला 'संजू' फिल्म के दौरान हिरानी के साथ काम कर रही थी। हिरानी ने इस आरोप से इंकार किया है। उनके वकील आनंद देसाई ने आरोप को 'गलत, नुकसान पहुंचाने वाला, अपमानजनक, प्रेरित और मानहानिकारक' बताया है।
'हफपोस्ट इंडिया' में छपे एक आलेख में महिला ने खुद को 'सहायिका' बताया है और आरोप लगाया है कि मार्च से सितंबर 2018 के बीच एक बार से ज्यादा हिरानी ने उसका यौन उत्पीड़न किया। महिला ने 3 नवंबर 2018 को हिरानी के लंबे समय के सहयोगी और 'संजू' के को-प्रोड्यूसर विधु विनोद चोपड़ा को एक मेल लिखकर इस आरोप के बारे में बताया था।
महिला का कहना है कि 9 अप्रैल 2018 को निर्देशक ने पहले उस पर यौनिक टिप्पणी की और बाद में अपने घर के कार्यालय में उसका यौन उत्पीड़न किया। 'हफपोस्ट इंडिया' में महिला ने 9 अप्रैल को चोपड़ा को भेजे गए मेल के बारे में लिखा है। उसमें कहा गया है कि मुझे याद है कि उस दिन मैंने कहा था, 'सर, यह गलत है। आपके पास सारी शक्तियां हैं और मैं यहां सिर्फ एक सहायिका हूं।'
महिला ने कहा कि हिरानी उनके लिए पिता जैसे थे। इस ई-मेल में चोपड़ा की पत्नी और फिल्म आलोचक अनुपमा, पटकथा लेखक अभिजीत जोशी, फिल्म निर्माता शैली चोपड़ा का भी नाम है। फिल्म आलोचक अनुपमा चोपड़ा ने इसकी पुष्टि की है कि महिला ने अपनी स्थिति उनके साथ साझा की थी और विनोद चोपड़ा फिल्म्स (वीसीएफ) ने तब से यौन उत्पीड़न की शिकायतों को निपटाने के लिए एक समिति गठित की है।
उन्होंने 5 दिसंबर 2018 को भेजे गए एक ई-मेल में कहा कि हमने वीसीएफ में आईसीसी बनाने की भी पेशकश की लेकिन वीसीएफ का आईसीसी इस मामले को नहीं उठा सकता है, क्योंकि महिला घटना के समय राजकुमार हिरानी फिल्म्स की कर्मचारी थी। फिल्म आलोचक ने कहा कि महिला ने उन्हें कहा था कि उसे इन चीजों को आगे ले जाने के बारे में सोचने का समय चाहिए।
इस घटनाक्रम के बीच हिरानी का नाम 'एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा' के नए पोस्टर से हटा लिया गया है। इस फिल्म का निर्देशन शैली चोपड़ा ने किया है। विधु विनोद चोपड़ा ने हालांकि अभी इस पर टिप्पणी नहीं की है। (भाषा)