जयपुर। भगवान राम के जन्मदिवस के अवसर पर राजस्थान में घर-घर दीपक जलाए गए। सुबह से ही हर घर में भए प्रकट कृपाला, दीन दयाला कौशल्या हितकारी...भजन सहित रामायण की चौपाइयों की गूंज रही।
वहीं दूसरी और प्रदेशवासी हनुमान चालीसा पाठ करने में भी पीछे नहीं रहे। हर घर, गली एवं मोहल्ले में भक्तों ने अपने-अपने घरों, घर के बाहर एवं छतों पर दीपक जलाए, जिससे सहज ही दीपोत्स्व का अहसास हुआ। हालांकि कोरोना संक्रमण के खौफ के चलते सभी ने रामनवमी का त्योहार घरों में ही मनाया। वहीं दूसरी ओर मंदिरों एवं धार्मिक स्थलों पर सन्नाटा पसरा रहा।
अष्टमी पर खुशहाली की कामना : इससे पहले घरों में अष्टमी की जोत लेकर पूजा-अर्चना कर मां शक्ति को याद किया और देश में खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर हर घर में परिवार में ही बालक एवं बालिकाओं को बटुक एवं कन्याओं के रूप में भोजन कराकर दक्षिणा एवं उपहार आदि देने की भी परंपरा का निर्वहन भी किया गया।