पटना। राजद नेता तेजस्वी यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं से प्रदेश में मध्यावधि चुनाव के लिए कमर कसने का आह्वान करते हुए कहा कि यह चुनाव कभी भी, 2021 में भी हो सकते हैं। तेजस्वी ने आज यहां हाल में संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवारों तथा राजद पदाधिकारियों के साथ बैठक के दौरान यह बात कही। बैठक में जिन विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी की हार हुई है उनके कारणों की समीक्षा की गई।
राजद के सूत्रों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि तेजस्वी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि सत्तापक्ष के खुश होने की जरूरत नहीं क्योंकि यह सरकार कभी भी गिर सकती है और 2021 में चुनाव हो सकते हैं। बाद में पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि मैंने पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव के लिए तैयार रहने के लिए कहा है। यह ताज्जुब की बात नहीं होगी अगर चुनाव निर्धारित समय से पहले हो जाए।
पिछले महीने संपन्न हुए बिहार विधानसभा चुनाव में राजद 75 सीटों के साथ सबसे बड़े दल के रूप में उभरी लेकिन उसके नेतृत्व वाला पांच दलों का विपक्षी महागठबंधन 243 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा हासिल करने में विफल रहा था। बिहार में सत्तारूढ़ राजग ने इस चुनाव में बहुमत हासिल किया और जद-यू अध्यक्ष नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बने हालांकि उनकी पार्टी के खाते में महज 43 सीटें आईं जबकि भाजपा ने 74 सीटें जीतीं।
वहीं, राजग में शामिल दो छोटे दलों पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और मंत्री मुकेश साहनी की विकासशील इंसान पार्टी ने चार-चार सीटें जीती थीं। लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान के बाद तेजस्वी बिहार के दूसरे प्रमुख राजनेता हैं जिन्होंने मध्यावधि चुनावों की भविष्यवाणी की है। बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद चिराग ने 28 नवंबर को पार्टी कार्यकर्ताओं को लिखे एक पत्र में प्रदेश में मध्यावधि चुनाव की संभावना जताते हुए उनसे अभी से इसकी तैयारियों में लग जाने को कहा था।
उल्लेखनीय है कि केंद्र में सत्ताधारी राजग में शामिल रही लोजपा हाल में संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव के पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व को अस्वीकार्य करते हुए उनकी पार्टी जदयू से नाता तोड़कर अकेले अपने बलबूते इस चुनाव में उतरी और मात्र एक सीट पर विजयी रही थी। कुछ दिनों पहले ही रांची जाकर जेल में बंद अपने पिता और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से मिलने वाले तेजस्वी ने यह भी कहा कि चुनाव के दौरान पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ काम करने वाले पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने यह भी खुलासा किया कि इस चुनाव में हालांकि राजग छल-कपट के जरिए सत्ता पर काबिज हुई लेकिन जिन्होंने हम पर अपना भरोसा जताया उनका धन्यवाद करने के लिए मकर संक्रांति के बाद वह राज्य के सभी 38 जिलों में धन्यवाद यात्रा निकालेंगे। उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद तेजस्वी ने 12 नवंबर को चुनावी आंकड़ों का हवाला देते हुए आश्चर्य जताया था कि इस चुनाव में राजग और महागठबंधन के बीच कुल मतों का अंतर केवल 12,270 है पर इतने वोटों में राजग ने कैसे 25 सीट जीतीं।
तेजस्वी ने हाल ही में नालंदा जिले में एक न्यायिक अधिकारी के वाहन पर हमले जैसी घटनाओं की ओर इशारा करते हुए आरोप लगाया कि यह दिखाता है कि बिहार में महाजंगल राज है। राजग नेता 2005 से पहले राजद के 15 साल के शासनकाल को जंगल राज की संज्ञा देते रहे हैं। तेजस्वी ने कहा कि राजग पश्चिम बंगाल में 80 लाख नौकरियों का वादा कर रहा है। उन्हें सबसे पहले बिहार में 19 लाख नौकरियों के अपने वादे को पूरा करना चाहिए। (भाषा)