देशभर में नींबू की कीमतों में अचानक उछाल आने से चारों तरफ हाहाकार मच गया है।अन्य फलों और सब्जियों की तुलना में नींबू के भाव ने लोगों के होश उड़ा दिए हैं। हाल यह है कि पहली बार नींबू के लुटेरे पैदा हो गए हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश के कानपुर में 15 हजार नींबुओं की चोरी के बाद बाग की रखवाली के लिए अब लठैतों को लगा दिया गया है।
खबरों के अनुसार, सामान्य मार्केट में 10 रुपए का एक नींबू मिल रहा है, वहीं 300 से 400 रुपए किलो तक बेचा जा रहा है। दिल्ली से लेकर चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश सहित लगभग सभी राज्यों में यही स्थिति है। अगर नींबू के दामों की पिछले साल से तुलना करें तो इस साल नींबू का रेट करीब पांच गुना ज्यादा बढ़ गया है।
सेब, आम, तरबूज, खरबूजा, कीवी, अंगूर जैसे फलों ने भी कीमत के मामले में नींबू के आगे घुटने टेक दिए हैं। जबकि एक अदना सा नींबू इन दिनों बेशकीमती हो गया है। इतना ही नहीं, अब तो इसकी लूट भी होने लगी है। इस बीच कानपुर के बिठूर के बाग से लुटेरों ने 15 हजार नींबू लूट लिए। इसके बाद रात-रात भर नींबू के बाग में लठैत पहरा दे रहे हैं। नींबू के लूट की तहरीर पुलिस को दी गई है।
चौबेपुर, बिठूर कटरी, मंधना, परियर में करीब 2000 बीघा जमीन पर नींबू के बगीचे हैं। यह पहली बार है कि नींबू के बगीचों में रखवाली हो रही है। दरअसल नींबू की कीमत 10 रुपए का एक या 250 रुपए किलो होते ही लूट शुरू हो गई।
बगीचे के मालिकों ने नींबू की रखवाली के लिए कर्मचारी रखे हैं। बिठूर में 3 बीघा बगीचे में 3 दिन के अंदर चोर 2 हजार नींबू तोड़कर ले गए। परेशान बाग मालिक ने नींबू तैयार होने तक बाग में ही अपना बसेरा बना लिया है। यही नजारा लगभग सभी नींबू बगीचों का है।
गौरतलब है कि नींबू का दाम बढ़ने की एक ही वजह सामने आ रही है और वह यह है कि हर साल देशभर में मार्च और अप्रैल के महीने में सिर्फ आंध्रप्रदेशराज्य से नींबू आता है। यहीं से पूरे देश में नींबू की सप्लाई होती है, लेकिन पिछले साल 2021 के अक्टूबर-नवंबर में इस राज्य में आई भारी बाढ़ में नींबू की खेती बर्बाद हो गई।