छतरपुर के जिला अस्पताल में मरीज को पलंग से बांधकर इलाज किया जा रहा है। इतना ही नहीं, रस्सियों से बंधे होने के कारण उसके शरीर पर जख्म भी हो गए हैं।
जिला अस्पताल में पलंग पर लेटे और बंधे मरीज के दोनों हाथ-पैरों को पलंग से ही बांधकर रखा गया है। वह इसी हालत में पलंग पर 24 घंटे पड़ा रहता है। इसी तरह रहते हुए डॉक्टर भी उसका इलाज कर रहे हैं।
पलंग से बंधा 35 वर्षीय घायल मरीज शिंटल सोनी को रस्सियों के कसाब और रगड़ जख्म हो गए हैं। उसके हाथ और पैरों में फफोले तक पड़ गए हैं।
मरीज के परिजन विनोद कुमार सोनी की माने तो उनका भाई हादसे का शिकार हो गया था जिसके चलते उसको जिला अस्पताल लाया गया, जहां उसे ट्रॉमा वार्ड में भर्ती कराया गया।
सोनी ने बताया कि बार बार अस्पताल से भागने के कारण इसे पलंग से ही रस्सियों से बांधकर रखा था पर डॉक्टरों की आपत्ति के बाद रस्सियां खोलकर अब अस्पताल से ही मिली पट्टियों से बांधकर रख रहे हैं अगर इस तरह बांधकर नहीं रखेंगे तो यह अस्पताल से भाग जाएगा।
जब इस ममले में जिला अस्पताल प्रबंधन से बात करनी चाही तो उन्होंने इस मामले पर बात करने से साफ़ इंकार कर दिया। हालांकि अस्पताल के सूत्रों ने कहा कि इस तरह बांधकर इलाज नहीं करेंगे तो भाग जाएगा और मजबूरन डॉक्टरों को इलाज के बगैर इसे डिस्चार्ज करना होगा। गरीब लोग हैं बाहर इलाज भी नहीं करा पाएंगे।